उन्होंने बताया कि गंगा नदी बदायूं, शारदा-खीरी, घाघरा-बलिया, राप्ती-गोरखपुर, तथा क्वानों-गोंडा में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। प्रदेश में 13 जिलों में 506 गांव बाढ़ से प्रभावित है। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ,एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 64 टीमें तैनाती की गई है।
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 1134 बाढ़ शरणालय स्थापित किए गए हैं। 1225 मेडिकल टीमें तथा 6375 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। खोज बचाव कार्य के लिये 451 मोटर बोट तथा 208 वाहन लगाए गए हैं। प्रदेश में 1327 बाढ़ चौकी स्थापित की गई है। प्रदेश में अब तक कुल 1770 पशु शिविर स्थापित किए गए हैं।