daughter was born: आज के समय में भी कई लोग बेटा-बेटी (sons and daughters) में भेदभाव करते हैं। जहां बेटियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है या उनके पैदा होने पर शोक मनाया जाता है। लेकिन बदलते वक्त के साथ लोगों की मानसिकता भी अब बदल रही है। ऐसा ही एक मामला कानपुर देहात (Kanpur Dehat) जिले का सामने आया है, जहां एक परिवार ने बेटी के जन्म पर ऐसा जश्न मनाया कि लोग देखते रह गए।
जश्न की पूरे जिले में चर्चा : इस जश्न की पूरे जिले में चर्चा भी है। परिवार ने ऐसा करके समाज को बेटा-बेटी के एक समान होने का संदेश दिया है। आज बेटियां भी बेटों से कम नहीं हैं। चौकसे परिवार का ये उत्साही काम पूरे समाज को ये संदेश दे रहा है कि 'बेटी है तो कल है'। 'कन्या भ्रूण हत्या पाप है'। बेटी दो घरों को जोड़ती है। वो सबका सुख और मान है।