CM योगी बोले, बांग्लादेश में 1.5 करोड़ हिंदू अस्मिता बचाने के लिए चिल्ला रहे हैं

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

बुधवार, 14 अगस्त 2024 (15:57 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि बांग्लादेश में आज डेढ़ करोड़ हिंदू अस्मिता बचाने को चिल्ला रहे हैं लेकिन दुनिया और भारत के कथित सेक्युलरिस्ट के मुंह सिले हुए हैं क्योंकि उन्हें वोट बैंक की चिंता है और उनकी मानवीय संवेदना मर चुकी है। 
 
एक बयान के मुताबिक, योगी बुधवार को यहां लोकभवन में आयोजित ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। विभाजन विभीषिका पर आधारित लघु फिल्म के जरिए आमजन का दर्द दिखाया गया।
 
योगी ने कहा कि हम सभी प्रधानमंत्री मोदी के आभारी हैं, जिन्होंने इतिहास के काले अध्यायों से पर्दा उठाकर गलतियों के परिमार्जन के लिए रास्ता बनाने का आह्वान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कथित सेक्युलरिस्ट ने आजादी के बाद बांटो और राज करो की राजनीति को प्रोत्साहित किया है। इन लोगों ने अंग्रेजों से सत्ता प्राप्त की लेकिन यह भारत की सत्ता का नेतृत्व नहीं कर रहे थे बल्कि अंग्रेजों के मानस पुत्रों के रूप में इन्होंने सत्ता का संचालन किया। उसी का दुष्परिणाम अखंड हिंदुस्तान ने चुकाया।
 
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि जो किसी युग में नहीं हुआ, वह कांग्रेस की सत्ता के प्रति अभिलिप्सा ने विभाजन की त्रासदी के रूप में प्रस्तुत किया और स्वतंत्र भारत को ऐसा नासूर दिया, जिसका दंश आज भी भारत आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद के रूप में झेल रहा है।
 
उन्होंने कहा कि अगर तत्कालीन राजनीतिक नेतृत्व ने दृढ़ता का परिचय दिया होता तो दुनिया की कोई ताकत इस अप्राकृतिक विभाजन को मूर्त रूप नहीं दे पाती। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त, 1947 को जब विभाजन की त्रासदी हो रही थी। उस समय 10 लाख हिंदू एक साथ काटे गए थे। हिंदू-सिख एक साथ सभी काटे गए थे।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को स्वतंत्र कराने की दिशा में विदेशी हुकूमत को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ आजादी की लड़ाई लड़ी थी। जब उसकी पूर्णता का समय आया तो इस सनातन राष्ट्र को विभाजन की त्रासदी का सामना करना पड़ा।
 
उन्होंने कहा कि जो गलतियां इतिहास के काले अध्याय के रूप में हमारे सामने कैद हैं, वही गलतियां चुनाव के समय राजनीतिक दल करते हैं। जो पहले जातिवाद के नाम पर होता था, वही कारनामे आज राजनीतिक दलों के स्तर पर किए जा रहे हैं। चेहरे- तिथि बदली है, लेकिन घटनाओं का स्वरूप वही है।
 
योगी ने कहा कि जाति, क्षेत्रीय, भाषाई विभाजन से उबरकर हमें राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ कार्य करना होगा।
आदित्यनाथ ने कहा कि जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर विभाजन करने वाले उन ताकतों से सतर्क रहकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत के बारे में सोचना होगा।
 
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के विभाजन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। इस त्रासदी और समय-समय पर धोखे के लिए कांग्रेस जनता से माफी नहीं मांगेगी। कांग्रेस को जब भी अवसर मिला, लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया।
 
इससे पहले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ नेतृत्व में बुधवार को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर लखनऊ में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति मौन पदयात्रा’ निकली गई। यह पदयात्रा सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रतिमा स्थल से शुरू हुई, जहां योगी ने पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। पदयात्रा का समापन लोकभवन पर हुआ।
 
पदयात्रा में योगी व अन्य नेता हाथ में तख्तियां थामे चल रहे थे, जिन पर बंटवारे की त्रासदी झेलने वाले लोगों की पीड़ा बयां करते नारे लिखे हुए थे। इसमें बताया गया है कि लोकभवन पहुंचने पर योगी ने विभाजन की विभीषिका पर आधारित अभिलेख प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
Edited by : Nrapenrda Gupta  

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