चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर तैयारी भी शुरू कर दी है। इस सुविधा के शुरू होते ही मरीजों को घर बैठे अस्पताल में पंजीकरण, डॉक्टर से अपाइंटमेंट जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी। फार्मेसी, पैथॉलाजी सहित अन्य सभी प्रकार की जांच भी आपस में जुड़ी रहेंगी।
मरीज को दिए गए यूनिक आईडी नंबर को डालते ही एक क्लिक पर उसकी पुरानी बीमारी, अब तक हुए इलाज और जांचों का सारा ब्योरा स्क्रीन पर सामने आ जाएगा और उसे इलाज के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा एक ही स्थान पर उसे समुचित इलाज भी मिल जाएगा।