देहरादून। मतगणना से पूर्व कांग्रेस व भाजपा के केंद्रीय नेता उत्तराखंड पहुंच गए हैं। दोनों पार्टियों ने उत्तराखंड पहुंच नई सरकार की संभावनाओं को टटोलते हुए प्रमुख रणनीतिकारों ने सत्ता की गोटी बिछाना शुरू कर दिया है।दोनों पार्टियों के दावे जीत के हैं, लेकिन किंतु-परंतु की कहानी भी साथ-साथ चल रही है। दूसरी तरफ इस चुनाव में जीत सकने योग्य निर्दलीय, बसपा व उक्रांद के बीच एक अलग मोर्चा बनाने की भी तैयारी चल रही है।
त्रिशंकु नतीजे आने पर इस मोर्चे के विजयी प्रत्याशियों की दोनों दलों को जरूरत पड़ेगी। प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों में लगभग 8 से 10 सीटों पर गैर भाजपा-कांग्रेस उम्मीदवारों ने भी अच्छा चुनाव लड़ा है।बसपा, उक्रांद व अन्य जीत सकने वाले निर्दलीय प्रत्याशियों की कोशिश है कि किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में तीसरे मोर्चे की सरकार बनाने में अहम भूमिका वे निभाएं।
कांग्रेस व भाजपा के वरिष्ठ नेता भी सम्भावित तीसरे मोर्चे के नेताओं से अपन-अपने स्तर पर बात कर रहे हैं। बहुमत के आंकड़े से दूर रहने वाले इन दोनों दलों की पूरी कोशिश तीसरे मोर्चे को साधने की रहेगी। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के देहरादून पहुंच सत्ता प्रबंधन को लेकर पार्टी नेताओं से गहन मंथन करने से राज्य में हंग असेंबली की नौबत आने पर हॉर्स ट्रेडिंग की संभावनाएं व्यक्त की जाने लगी हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय की उत्त्तराखंड पहुंचते ही कांग्रेस खरीद-फरोख्त की आशंका जताते हुए तोड़फोड़ की बात कहने लगी है। कांग्रेस खेमे से छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, मोहन प्रकाश, गौरव वल्लभ, एमबी पटेल व देवेंद्र यादव ने देहरादून में डेरा जमा लिया है। उधर, भाजपा कैंप से 2016 में हरीश रावत सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाने वाले कैलाश विजयवर्गीय व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी देहरादून में मौजूद हैं।
मतगणना की तैयारियां पूरी : मतगणना की तैयारियों के बाबद बताते हुए उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने कहा कि 10 मार्च की सुबह 8 बजे सबसे पहले डाक मतों की गिनती की जाएगी। सभी 70 विधानसभा सीटों की विभिन्न राउंड की मतगणना के लिए जिला मुख्यालयों में आवश्यक टेबल लगा दी गई है। इसके अलावा मतगणना के लिए कार्मिक, प्रेक्षक, माइक्रो ऑब्जर्वर व सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
सभी 70 विधानसभा इलाकों की मतगणना के लिए पर्याप्त टेबल की व्यवस्था की गई है। सभी 70 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना कार्य के लिए 70 प्रेक्षक तैनात किए गए हैं, जो सभी संबंधित जनपदों/ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। मतगणना शांतिपूर्ण संपन्न हो सके, इसलिए 70 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के अंतर्गत लगभग 7681 कार्मिकों की तैनाती की गई है, जिसमें 1296 माइक्रो ऑब्जर्वर भी सम्मिलित है।
इसी प्रकार सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए 8 कंपनी केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल, 14 कंपनी पीएसी तथा लगभग 6500 राज्य पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।विभिन्न सर्विस मतदाताओं को भेजे गए 166325 डाक मतपत्र में से 107314 मतपत्र चुनाव आयोग तक पहुंच चुके हैं, जिन्हें मत गिनती में शामिल किया जाएगा।