रामदेव ने कहा कि ओवैसी साहब 18वीं शताब्दी की बात कर रहे हैं। कोई हिजाब पहने-न पहने, कोई टोपी पहने या न पहने, कोई चोटी-जनेऊ पहने या न पहने, दाढ़ी-मूंछ रखे या कटवा ले, लेकिन देश को न कटने-बिकने दें। देश आगे है, इसलिए ये छोटी-छोटी बाते हैं। तमाम सांप्रदायिक, धार्मिक मुद्दे हैं, लेकिन देश सबसे बड़ा है।
उन्होंने कहा कि देश तभी आगे बढ़ेगा जब हम धर्म जाति भूलकर एकजुट होंगे। बाबा बोले एकजुटता के लिए समाज के सभी हिन्दू, मुस्लिम, जैन, बौद्ध, सिख, इसाई वर्ग आगे बढ़ें।
उत्तराखंड में आज मतदान हो रहा है, सभी वर्ग के मतदाताओं में उत्साह दिखाई दे रहा है। हरिद्वार में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण भी कनखल पोलिंग बूथ पर अपना मतदान करने पहुंचे, इसी दौरान उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए सभी लोगों से वोट करने की अपील की।
योग गुरु रामदेव ने कहा कि देश हित सर्वोपरि है, इसलिए राष्ट्रहित और राष्ट्र धर्म में वोट करना अत्यंत आवश्यक है। देश से बड़ा कुछ भी नहीं है। हम वोट करेंगे तो देश बचेगा। हम वोट करेंगे तो लोकतंत्र बचेगा। हमें अपने अधिकार भी मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि हम वोट करने के लिए मुद्दे देश में गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई खत्म हो, आर्थिक समृद्ध हो, आपसी भेदभाव मिटे, सामाजिक समरसता और देश में वैभव हो। इन बातों को आधार बनाकर मतदान होना चाहिए।
रामदेव ने कहा कि हम सपना देखते हैं कि भारत विश्वगुरु बने और आने वाले 15-20 सालों में विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, राजनैतिक महाशक्ति बने। यह सपना तभी साकार होगा जब हम अपनी वोट की ताकत को पहचानेंगे और घरों से निकलकर मतदान करेंगे।