अकाली दल के विधायक मंजिंदर सिंह सिरसा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दिल तहलाने वाली एक तस्वीर शेयर की है और लिखा है- ‘साम्प्रदायिक नफ़रत में कुछ लोग इस क़दर तक अंधे हो चुके हैं कि मासूम जानवर तक को नहीं छोड़ते धरम की नफ़रत के चक्कर में पहले लोगों को मारा जाता था और आज बेज़ुबान गाय पर अत्याचार हो रहा है’। तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया है कि एक समूह विशेष के खिलाफ सांप्रदायिक घृणा के कारण इस गाय पर अत्याचार किया जा रहा है।
इस भयावह तस्वीर में कुछ लोग एक जिंदा गाय की खाल निकालते दिख रहे हैं। साथ ही, उस गाय के पैर भी काट दिए गए हैं। विधायक सिरसा का यह ट्वीट अब तक 1400 से अधिक बार रीट्वीट और 2000 से अधिक बार लाइक किया जा चुका है।
वायरल तस्वीर की सच्चाई क्या है-
जब हमने विधायक के इस ट्वीट पर यूजर्स के कमेंट पढ़े, तो पाया कि कई लोग इस तस्वीर को चीन का बता रहे हैं और उनसे अनुरोध कर रहे थे कि वह अपना ट्वीट डिलीट कर दें। लेकिन फिर भी विधायक महोदय ने अपना यह विवादित ट्वीट डिलीट नहीं किया है।
हमने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि इस तस्वीर को 2016 में कई वेबसाइट्स में चीन की सरकार के खिलाफ दायर एक ऑनलाइन पिटीशन (China: Cows skinned skinned alive for leather have their limbs cut off to prevent movement!) में इस्तेमाल किया गया था। फैशन के नाम पर बेजुबान जानवरों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ यह पिटीशन दायर की गई थी। पिटीशन में वायरल तस्वीर को चीन का बताया गया था। हालांकि वेबदुनिया स्वतंत्र रूप से यह सत्यापित नहीं कर सका कि यह तस्वीर कहां से है।