राजस्थान का भीलवाड़ा जिला देश का पहला कोरोना जोन बनकर उभरा। लेकिन भीलवाड़ा ने 20 दिन में कोरोना के साथ जिस तरह से जंग लड़ी है, उसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। अब भीलवाड़ा मॉडल को देशभर में लागू करने की बात कही जा रही है। इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने के बाद भीलवाड़ा पुलिस प्रशासन ने विजय जुलूस निकाला।
क्या है वायरल-
फेसबुक और ट्विटर पर वीडियो शेयर कर लिखा जा रहा है- 'भीलवाड़ा पुलिस प्रशासन द्वारा निकाला गया विजय जुलूस कोरोनावायरस से जंग जीतकर आज भीलवाड़ा हुआ बिल्कुल क्लीन चिट जय हो भीलवाड़ा पुलिस प्रशासन चिकित्सा विभाग प्रशासन विभाग भीलवाड़ा जिला हुआ कोरोना से मुक्त'।
वीडियो में दिख रहा है एक गली से पुलिस की गाड़ियां निकल रही हैं और वहां लोग अपने घरों की बालकनी और दरवाजे पर खड़े होकर उनपर फूल बरसा रहे हैं।
क्या है सच-
हमने पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले भीलवाड़ा पुलिस के ट्विटर हैंडल को खंगाला। भीलवाड़ा पुलिस ने 6 अप्रैल को एक वीडियो शेयर कर बताया था कि शहर में पुलिस के फ्लैग मार्च के दौरान आम जनता ने फूल बरसाए थे।
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भीलवाड़ा में पुलिस के फ़्लैग मार्च पर आम जनता द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए पुष्प वर्षा की गई pic.twitter.com/d9Vws3Us6K
हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स भी मिले जो इस बात की तस्दीक करती हैं कि 6 अप्रैल को भीलवाड़ा पुलिस ने फ्लैग मार्च किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शहर के कई हिस्सों में सैकड़ों लोगों ने फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस पर फूल बरसाकर तो कहीं तालियां और कुछ जगह थाली बजाकर स्वागत किया।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि वायरल वीडियो तो सही है, लेकिन उसके साथ किया गया दावा गलत है। भीलवाड़ा पुलिस ने विजय जुलूस नहीं निकाला था, बल्कि वायरल वीडियो पुलिस के फ्लैग मार्च का है।