क्या दिल्ली हिंसा के दौरान मां और उसके बच्चे को जमीन में जिंदा दफनाया गया...जानिए वायरल वीडियो का पूरा सच...

सोमवार, 2 मार्च 2020 (14:25 IST)
नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में अब जिंदगी फिर पटरी पर लौट रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने दिल को दहला दिया है। दावा किया जा रहा है कि दिल्ली हिंसा के दौरान हिंदुओं ने एक मुस्लिम मां और उसके बच्चे को जिंदा जमीन में दफन कर दिया।
 
क्या है वायरल- 
 
पाकिस्तान मूल के ब्रिटिश सांसद लॉर्ड नजीर अहमद ने वीडियो शेयर‍ करते हुए लिखा- ‘भारत में तानाशाहियों द्वारा जिंदा दफन किए गए एक मां और उसके बच्चे का भयानक वीडियो’। हालांकि, ब्रिटिश सांसद ने अब अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है।
 
मेजर मोहम्मद आरिफ नाम के ट्विटर यूजर ने भी यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा- ‘भारत में मुस्लिमों को जिंदा दफनाया जा रहा है’। इस वीडियो को अब तक तीन हजार से अधिक बार रीट्वीट किया जा चुका है और लगभग तीन हजार लोगों ने इसे लाइक भी किया है। डिस्टर्बिंग कंटेंट के कारण हम वह वीडियो शेयर नहीं कर रहे हैं।

क्या है सच-
 
वायरल वीडियो में एक शख्स बच्चे को ‘दादू’ कहते सुनाई देता है। बता दें, बंगाली में छोटे बच्चों को अकसर प्यार से इस नाम से बुलाया जाता है। वहीं, वीडियो के 1:32वें सेकंड पर कोई शख्स बंगाली भाषा में शवों को तज का तस रहने देने के लिए कहता सुनाई देता है।
 
इस वीडियो को इंटरनेट पर सर्च करने पर हमें ‘अफतरूल हक’ नामक एक यूट्यूब यूजर द्वारा 30 जनवरी को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। इस वीडियो का कैप्शन था- ‘इस्लामपुर में जमीन में दफन मां और उसका बच्चा बरामद’। यह वीडियो वायरल वीडियो वाली घटना का ही है, बस दूसरे एंगल से लिया गया है।
 
‘अफतरूल हक’ ने दूसरे एंगल से लिए दो अन्य वीडियो भी अपलोड किए हैं।
 
पड़ताल जारी रखते हुए हमने अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से इस खबर को सर्च किया तो हमें बंगाली न्यूज पॉर्टल ‘महानगर24X7बंगाली’ द्वारा उसके ऑफिशियल फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया एक न्यूज वीडियो मिला। इस वीडियो के अनुसार, 29 जनवरी को अकबर नामक शख्स ने अपनी पत्नी नूरजहां और अपनी दो महीने की बेटी को मारकर अपने घर के पीछे जमीन में दफना दिया था।

 
कई बंगाली वेबसाइटों ने भी इस खबर को पब्लिश किया है।
 
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि सोशल मीडिया का दावा फर्जी है। वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर का है, इसका दिल्ली हिंसा से कोई संबंध नहीं है। वीडियो में दिख रही महिला और उसकी बच्ची को उसके पति ने मारकर जमीन में गाड़ा था।

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