अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले सप्ताह दो दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे दिल्ली, अहमदाबाद और आगरा का दौरा करेंगे। ट्रंप के स्वागत के लिए अहमदाबाद में जोरों की तैयारियां चल रही हैं। झुग्गियों को छुपाने के लिए बनाए जा रहे दीवार पर पहले से ही राज्य सरकार निशाने पर है और अब सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि ट्रंप दौरे के मद्देनजर अब रेहड़ी-ठेलों को नष्ट किया जा रहा है।
क्या है वायरल-
ट्विटर यूजर आमिर खान ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- “क्या नरेंद्र मोदी के शासन में गरीबों को इस देश में रहने का अधिकार नहीं है?? देखिए अहमदाबाद कैसे डोनाल्ड ट्रम्प के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है.. विजर रुपाणी क्या यह गुजरात मॉडल का हिस्सा है?”
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Don't the poor have a right to live in this country under @narendramodi??
— Amir Khan (@AmirKha62101233) February 14, 2020
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यह वीडियो फेसबुक पर भी वायरल हो रहा है।
क्या है सच-
वायरल वीडियो में बैकग्राउंड में लोगों की आवाज भी सुनी जा सकती है, जो काफी ओडिशा की भाषा ओडिया जैसी लग रही है। फिर हमने यूट्यूब पर ‘odisha vendors evicted’ कीवर्ड्स से सर्च किया, तो हमें ओडिशा के न्यूज चैनल OdishaTV का एक वीडियो मिला।
गौर से देखने पर पता चला कि न्यूज चैनल का यह वीडियो उसी घटना का है और यह दूसरी एंगल से बनाया गया है। दोनों वीडियो में चेक शर्ट और पिंक शर्ट व कैप पहने दोनों शख्स देखे जा सकते हैं।
वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में यूनिट 1 मार्केट के इलाके में अतिक्रमण मुक्ति अभियान चलाया गया।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे से पहले अहमदाबाद में रेहड़ी-ठेलों को नष्ट किए जाने का दावा फेक है। वायरल वीडियो ओडिशा के भुवनेश्वर का है।