9/11 के हमले के बाद, सोशल मीडिया पर एक वाक्य "मुस्लिमों के बिना दुनिया कैसी होती!" जमकर वायरल हुआ। इस पोस्ट के साथ ट्विन टावर (वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन) की एक तस्वीर भी थी। इसके वायरल हो जाने के बाद, गुस्सा जमकर सामने आया और एक ब्लॉगर ने इस पर जवाब देने की ठानी।
यूएसए में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिमों को दुनिया के लिए खतरा करार दिया। अपनी एक स्पीच में उन्होंने मुस्लिमों के यूएसए में आने पर बैन लगाने तक की पैरवी कर दी।
दुनिया में ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनमें लोगों के बीच 'इस्लामोफोबिया' पनपता देखा गया है। मुस्लिम कम्यूनिटी के लोगों को संदेह के साथ देखा जाता है और उन्हें आतंकी समझने में देर नहीं की जाती। हर एक आतंकी हमले के बाद, लोगों में इस्लामोफोबिया बढ़ता चला गया।
इसके उलट न्यूयार्क यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और राजनीति वैज्ञानिक इयान ब्रेमर डाटा देकर समझाया कि सभी आईएसआईएस के सदस्यों में मुस्लिमों का प्रतिशत 0.00635 है।
इस इस्लामोफोबिया से मुस्लिम कम्यूनिटी के लोग त्रस्त हो चुके हैं। इससे तंग आकर एक ब्लॉगर ने मुस्लिमों के बिना दुनिया की कल्पना को सबके सामने लाने का फैसला किया। यह जवाब सोशल मीडिया पर इतना पसंद किया जा रहा है कि जमकर वायरल हो रहा है।
इस ब्लॉगर ने कहा, "ठीक है, चलिए मुस्लिमों के बिना दुनिया की कल्पना करते हैं।" इस यूजर ने उन सभी चीजों की लिस्ट बताई जो मुस्लिमों द्वारा ईजाद की गई हैं। यह लिस्ट सीएनएन ने तैयार की थी। इस लिस्ट के मुताबिक मुस्लिमों के बिना दुनिया में कॉफी, एल्जेब्रा, टूथब्रश, यहां तक की अस्पताल भी नहीं होते।
पहला अस्पताल, प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूरे स्टॉफ और वार्ड्स के साथ 872 में कायरो में अहमद आईबीएन टुलुन हॉस्पिटल के नाम से खुला था।