नन्हे बच्चे लाड़-प्यार को रखते हैं याद

गुरुवार, 27 नवंबर 2014 (10:31 IST)
यह बच्चों का खेल नहीं यह तो आपने सुना ही होगा, लेकिन जब अच्छी बातों को याद करने की बात हो तो जो बच्चे कर सकते हैं वह शायद वयस्क लोगों के बस की भी बात नहीं। वैज्ञानिकों की खोज के मुताबिक छोटे बच्चे बिताए गए अच्छे समय को ज्यादा अच्छी तरह से और लंबे समय तक याद रख पाते हैं।

अभिभावक जो अपने 5 से 6 माह के बच्चे के साथ खेलते हुए हंसते हुए समय बिताते है उन्हें यह जानकर आश्चर्य होगा कि उनके बच्चे को उनके साथ बिताया गया हंसी खुशी का हर अंश बखूबी याद रहता है।

ब्रिघम (Brigham) यंग विश्वविद्यालय में किए गए नई शोध के अनुसार बच्चे अच्छे व खुशनुमा माहौल  व लाड़ प्यार को याद रख पाते हैं। इस दौरान परस्पर दो शोध किए गए।  शोध में बच्चे के आंखों के मूवमेंट को निगरानी में रखा गया व इसको ध्यान में रखते हुए बच्चे के सामने एक फोटो रखी गई व यह जानने की कोशिश की गई की कितनी देर तक बच्चा फोटो को देखता है।

बच्चे को फ्लैट पैनल मॉनीटर के सामने बिठाया गया व मॉनीटर में एक व्यक्ति को दिखाया गया जो खुश होकर, दुखी होकर व गुस्से में होकर बात कर रहा था।  बदलते हुए भावों के साथ बच्चे की रुचि को भी ध्यान में रखा गया। बच्चे ने खुशी वाले भावों को सबसे अधिक रुचिकर पाया।

वहीं टेस्ट पूरे होने के 5 मिनट बाद व एक दिन बाद परस्पर रूप से दो और टेस्ट किए गए जिनमें बच्चे की याददाश्त को परखा गया। इस टेस्ट में बच्चे को दो ज्यामितीय आकार की आकृतियों के सामने बिठाया गया। जिसमें एक पहले वाली आकृति शामिल थी जो पहले टेस्ट के वक्त बच्चे को दिखाई गई थी और एक दूसरी आकृति शामिल थी जो बिल्कुल नई थी।

शोधकर्ताओं ने यहां देखा कि कितनी बार बच्चा एक फोटो से दूसरी फोटो की ओर देखता है और हर फोटो को देखने में कितना समय बिताता है। इस दौरान पाया गया कि बच्चा पुराने इमेज को बेहतर तरीके से याद रख पाया है।

प्रोफोसर रॉस प्लोम ने बताया कि बच्चा अगर कुछ याद रख पाया तो वह अच्छी यादों को याद रख पाया है। और इससे यह सिद्ध होता है कि बच्चे उनके साथ किए गए अच्छे बर्ताव को अच्छे से व लंबे समय तक याद रख पाते हैं। (एजेंसियां)

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