विश्वकप के दो अप्रैल को मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में होने वाले खिताबी मुकाबले के लिए प्रत्येक ऑनलाइन सीट पर अस्सी दावेदार हैं।
विश्वकप मैचों के टिकटों की ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनी क्याजूंगा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतू भाटिया के मुताबिक सेमीफाइनल मुकाबलों और फाइनल की टिकटों को लेकर दर्शकों में भारी उत्साह है। टिकटों की माँग 80 गुना तक जा पहुँची है यानी प्रत्येक सीट के लिए लगभग 80 खरीददार तैयार हैं।
भाटिया ने बताया टिकटों की ऑनलाइन खरीद के लिए रविवार को आवेदन का अंतिम दिन है। वानखेड़े स्टेडियम में कुल 33 हजार सीटों में से केवल एक हजार सीटों के टिकट ही ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगी। कुल चार हजार टिकट आम जनता के लिए उपलब्ध रहेंगे जबकि शेष सभी टिकट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और मुंबई क्रिकेट संघ से जुड़े क्लबों को दिए जाएँगे।
उल्लेखनीय है कि क्याजूंगा की बेवसाइट महज 20 मिनट के अंदर ही लगभग एक करोड़ खरीदारों के हजार टिकट खरीदने के लिए लाग इन करने के कारण क्रैश हो गई थी। यही वजह है कि आयोजकों ने अब टिकट वितरण के लिए बैलट प्रणाली का सहारा लिया है।
विंबलडन और ओलिंपिक में बैलट प्रणाली का ही इस्तेमाल होता है। भारत में यह पहली बार ऐसी कोई प्रणाली इस्तेमाल में लाई जा रही है। नीतू ने बताया कि बैलट में चुने जाने के बाद खरीदारों को टिकट का भुगतान करना होगा और इस महीने के तीसरे सप्ताह से उनके पास टिकट पहुँचने शुरू हो जाएँगे। (वार्ता)