कोहली ने कहा, हमारे पास ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। हमने ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह का प्रदर्शन किया उसके साथ न्याय करने का मौका है। तब हम अनुकूल परिणाम हासिल नहीं कर पाए थे।
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट श्रृंखला में 0-2 से हार गई थी और इसके बाद वह त्रिकोणीय श्रृंखला का एक मैच भी नहीं जीत पाई थी। विश्व कप में हालांकि वह अपने सातों मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंची है। ग्लेन मैक्सवेल ने इससे पहले कहा था कि भारतीयों को याद होना चाहिए कि उन्होंने अब तक लंबे दौरे में ऑस्ट्रेलिया को नहीं हराया।
कोहली ने कहा कि विश्व कप से पहले टीम ने खुद को इसके लिए कैसे तैयार किया। उन्होंने कहा, टीम के रूप में हमें लगा कि हमें बेहतर प्रदर्शन करने और गलतियों में सुधार करने की जरूरत है। हमारे पास वास्तव में ज्यादा समय नहीं था, क्योंकि हम विश्व कप में यह सोचकर नहीं जा सकते थे, चलिए हमें सुधार करने थे लेकिन हम पहले ऐसा कर सकते थे।
कोहली ने कहा, इसलिए हम तुरंत काम पर जुट गए। हमने उन चीजों को लिखा जिनमें सुधार की जरूरत थी। उन्होंने गेंदबाजों के प्रदर्शन के बारे में कहा, गेंदबाजों ने जिस तरह से प्रदर्शन किया तथा आत्मविश्वास और आक्रामकता दिखाई उसे देखना शानदार रहा। यदि आपको दुनिया की चोटी की टीमों को हराना है तो गेंदबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा और उन्होंने विश्व कप में जैसा खेल दिखाया है वह काबिलेतारीफ है। (भाषा)