बन गया शतकों, छक्कों और सर्वाधिक स्कोर का नया रिकॉर्ड
सोमवार, 16 मार्च 2015 (22:28 IST)
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भले ही विश्व कप 2015 से पहले बल्ले और गेंद के बीच संतुलन साधने की बात की थी लेकिन टूर्नामेंट के शुरुआती चरण में बल्लेबाजों की ही तूती बोली और आलम यह रहा कि पहले दौर में 300 से अधिक रन के स्कोर, सर्वाधिक शतकों और सर्वाधिक छक्कों का नया रिकॉर्ड बन गया।
यहीं नहीं किसी एक विश्व कप में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड भी तय है कि क्वार्टर फाइनल में टूट जाएगा। यह रिकॉर्ड भी अब महज 1186 रन दूर है। विश्व कप 2007 और 2011 में समान 21,333 रन बने थे जबकि वर्तमान टूर्नामेंट में अब तक कुल 20147 रन बन चुके हैं। इनमें से 19122 रन तो बल्लेबाजों ने बनाए हैं जबकि किसी एक विश्व कप में बल्ले से निकले रनों का रिकॉर्ड 19986 है, जो 2011 में भारतीय उपमहाद्वीप में बना था।
इस बार अभी तक केवल 41 मैच खेले गए हैं जबकि विश्व कप 2011 में 49 और 2007 में 51 मैच खेले गए थे। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले जा रहे विश्व कप में अब तक बल्लेबाजों ने कुल 35 शतक लगाए हैं, जो इस टूर्नामेंट का नया रिकॉर्ड है। इससे पहले भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में 2011 में खेले गए विश्व कप में कुल 24 शतक लगे थे।
विश्व कप की शुरुआत 1975 में हुई थी और इस पहले टूर्नामेंट केवल छह शतक लगे जबकि इसके चार साल बाद 1979 में केवल दो शतक ही बन पाए थे। इसके अलावा 1983 और 1992 में आठ-आठ, 1987 और 1999 में 11-11 शतक लगे थे। इस बीच जब 1996 में भारतीय उपमहाद्वीप ने विश्व कप की मेजबानी की तो तब 16 सैकड़े बने लेकिन 2003 में यह रिकॉर्ड टूट गया। तब 21 शतक लगे जो 2011 तक कायम रहा। इस बीच वेस्टइंडीज में 2007 में खेले गए विश्व कप में 20 शतक बने थे।
श्रीलंका के ही तिलकरत्ने दिलशान, भारत के शिखर धवन, बांग्लादेश के महमुदुल्लाह और जिम्बाब्वे के ब्रेंडन टेलर ने भी वर्तमान विश्व कप में दो दो शतक लगा चुके हैं। संगकारा की निगाह विश्व कप में ओवरऑल सर्वाधिक शतक लगाने के सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड पर टिकी होगी।
तेंदुलकर 1992 से 2011 तक छह विश्व कप में खेले और उन्होंने इस बीच छह शतक लगाए। संगकारा के नाम पर अब कुल पांच शतक दर्ज हैं और वह ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के साथ संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं।
श्रीलंका के ही तिलकरत्ने दिलशान और दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स की निगाह भी तेंदुलकर के रिकॉर्ड तक पहुंचने या उससे आगे निकलने पर लगी होगी। इन दोनों के नाम पर विश्व कप में अभी तक चार-चार शतक दर्ज हैं। श्रीलंका के महेला जयवर्धने ने भी चार शतक लगाए हैं और वह भी अपने आखिरी विश्व कप को यादगार बनाने की कोशिश करेंगे।
यदि छक्कों की बात करें तो वर्तमान विश्व कप में अब तक कुल 388 छक्के लग चुके हैं, जो टूर्नामेंट का नया रिकॉर्ड है। इससे पहले का रिकॉर्ड विश्व कप 2007 में बना था। तब 373 छक्के लगे थे। पहले विश्व कप में केवल 28 छक्के लगाए गए थे जबकि भारतीय उपमहाद्वीप में खेले गए पिछले विश्व कप ममें 258 छक्के पड़े थे। इससे अधिक छक्के (266) तो विश्व कप 2003 में लग गए थे।
विश्व कप में पहले दौर में ही 300 से अधिक रन के 25 स्कोर बन गए हैं जो कि नया रिकॉर्ड है। इससे पहले 2011 में 17 बार टीमों ने 300 रन की संख्या को छुआ था जबकि 2007 में यह आंकड़ा 16 बार का था।
विश्व कप 1975 में चार बार टीमों ने 300 से अधिक रन बनाए थे जबकि इसके चार साल बाद 1979 में तो कोई भी टीम इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाई थी। तब उच्चतम स्कोर वेस्टइंडीज (छह विकेट पर 293 रन) ने बनाया था। ऑस्ट्रेलिया ने इस बार अफगानिस्तान के खिलाफ पर्थ में छह विकेट पर 417 रन बनाकर विश्व कप में नया रिकॉर्ड बनाया। उसने भारत के 2007 में बरमुडा के खिलाफ बनाए गए पांच विकेट पर 413 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा।
दक्षिण अफ्रीका अब तक दो बार 400 रन के आंकड़े को पार कर चुका है। डिविलियर्स की अगुवाई वाली टीम ने आयरलैंड के खिलाफ चार विकेट पर 411 और वेस्टइंडीज के खिलाफ चार विकेट पर 408 रन बनाए।
वेस्टइंडीज में 2007 में खेले गए विश्व कप से पहले 300 रन तक पहुंचना आसान नहीं रहता था। इससे पहले 1983 में चार, 1987 में एक, 1992 में दो, 1996 में पांच, 1999 में तीन और 2003 में नौ बार 300 या इससे अधिक रन के स्कोर बने थे। (भाषा)