वहाब ने अपने पहले दो ओवरो में डेविड वॉर्नर और क्लार्क को आउट किया जबकि वाटसन भी शुरू में उनके सामने जूझते हुए नजर आए लेकिन वहाब की गेंदों पर दो कैच छूटे जो पाकिस्तान को महंगे पड़े। वह इसके बाद 29वें ओवर में दूसरा स्पैल करने के लिए आए और उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल को आउट कर दिया था लेकिन इस बार भी कैच छूट गया।
क्लार्क ने कहा, ‘वहाब का वह स्पैल शानदार था। मैंने वनडे क्रिकेट में लंबे समय बाद इस तरह की गेंदबाजी का सामना किया। दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए बाएं हाथ के गेंदबाजों का सामना करना हमेशा मुश्किल होता है।’
उन्होंने कहा, ‘यदि वॉटसन का वह कैच ले लिया जाता तो फिर कुछ भी हो सकता था। तब यह मैच काफी करीबी हो जाता। इस मैच में दोनों टीमों की तरफ से तेज गेंदबाजों ने भूमिका निभाई। यदि वॉटसन का कैच लपक लिया जाता तो पाकिस्तान का 213 रन का स्कोर भी पर्याप्त हो जाता।’
क्लार्क ने कहा, ‘लेकिन हम जिस तरह से उस स्पैल से आगे निकले, उसके लिए हमें भी श्रेय जाता है। भाग्य ने साथ दिया लेकिन वॉटसन ने भी अपना अनुभव दिखाया।’ (भाषा)