चोटिल होने के खतरे पर ही खिलाड़ी को विश्राम देंगे : धोनी

गुरुवार, 12 मार्च 2015 (18:23 IST)
ऑकलैंड। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि भले ही उनके खिलाड़ी लंबे समय से खेल रहे हैं और उनकी टीम ने क्वार्टर फाइनल में भी जगह बना ली है लेकिन इसके बावजूद किसी खिलाड़ी के चोटिल होने के दशा में ही शनिवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप मैच में अंतिम एकादश में बदलाव किया जाएगा।

यदि धोनी टीम में अधिक बदलाव नहीं करने की रणनीति पर चलें तो फिर अंबाती रायडु, अक्षर पटेल, स्टुअर्ट बिन्नी और भुवनेश्वर कुमार के लिए अंतिम एकादश में जगह बनाना मुश्किल होगा। भुवनेश्वर ने हालांकि मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति में एक मैच खेला था। उमेश यादव, शमी और मोहित शर्मा की तेज गेंदबाजी की तिकड़ी ने भुवनेश्वर की कमी नहीं खलने दी।

यहां तक कि धोनी ने भी साफ कर दिया कि वह अपने किसी नियमित खिलाड़ियों को विश्राम देने के मूड में नहीं है। उन्होंने पर्थ में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच के बाद सपाट शब्दों में कहा था कि जो खिलाड़ी बाहर हैं वे बाहर रहेंगे। हैमिल्टन में आयरलैंड के खिलाफ मैच के बाद भारतीय कप्तान ने विस्तार से बताया कि वह औपचारिक मैच में भी प्रयोग करने के खिलाफ क्यों हैं।

धोनी से पूछा गया कि क्या वह अगले मैच में कुछ खिलाड़ियों को विश्राम देंगे, उन्होंने कहा कि हमें इस मामले में फिजियो से इनपुट लेने की जरूरत होगी। यदि फिजियो को लगता है कि कोई खिलाड़ी घायल हो सकता है तो फिर उस स्थिति में हम उसे विश्राम देंगे। अन्यथा यदि कोई खिलाड़ी फिट है और चयन के लिए उपलब्ध है तो हम अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश उतारेंगे। क्योंकि मैचों के बीच पहले ही विश्राम के लिए काफी समय मिल रहा है। इतना विश्राम पर्याप्त है। यदि चोट का खतरा नहीं हो तो हम अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश उतारेंगे।
 
हैमिल्टन के सेडन पार्क की पिच सपाट थी लेकिन धोनी को उम्मीद है कि ईडन पार्क के विकेट में अच्छी उछाल होगी। उन्होंने कहा कि आपको प्रत्येक विकेट से सामंजस्य बिठाना होगा। क्योंकि जल्द से जल्द परिस्थितियों से तालमेल बिठाना भी सफलता का मंत्र है।

लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमें आगामी मैचों में भी इस तरह के विकेट मिलेंगे। हम पहले भी यहां खेल चुके हैं और हमने पाया कि हैमिल्टन का विकेट अन्य स्थानों की तुलना में हटकर है। धोनी ने कहा कि न्यूजीलैंड के अन्य स्थान ऑस्ट्रेलियाई पिचों के समान हैं। उनमें भी उसी तरह की तेजी और उछाल होती है। यहां आउटफील्ड थोड़ी छोटी है। इसके अलावा कोई बड़ा अंतर नहीं है। इसलिए आगामी मैचों में हमें एक तरह की स्थितियां मिलेंगी।

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