ऋषि सुनक बने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, और भी दर्जनभर से ज्यादा घटनाएं हैं, जो 2022 में सुर्खियों में रहीं

वृजेन्द्रसिंह झाला
यूं तो दुनिया में वर्ष 2022 में कई घटनाएं घटित हुईं, लेकिन भारत के लिहाज से भारतवंशी ऋषि सुनक का ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनना सबसे बड़ी घटना रही। दरअसल, यह वही ब्रिटेन है, जिसने करीब 200 साल तक भारतीयों पर राज किया। आज भारत का ही एक बेटा अंग्रेजों पर शासन कर रहा है।
 
दूसरी सबसे चर्चित शख्सियत रहे एलन मस्क जिन्होंने ट्‍विटर को खरीद लिया। इस साल रूस-यूक्रेन युद्ध ने इन दोनों देशों को तो नकुसान पहुंचाया ही, दुनिया के दूसरे देश भी इसकी लपटों से नहीं बच पाए। वहीं, इस्लामी कट्‍टरपंथी देश ईरान को वहां की महिलाओं ने सड़क पर उतरकर चुनौती दी। ऐसी दर्जनभर से ज्यादा घटनाएं हैं, जो इस साल चर्चा का विषय रहीं। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ घटनाओं के बारे में... 
 
1. ऋषि सुनक को ब्रिटेन की कमान : अक्टूबर माह में दिवाली के उत्साह के बीच उस समय सभी भारतीयों के चेहरे खिल गए, जब भारतवंशी ऋषि सुनक को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा की गई। बोरिस जॉन्सन मंत्रिमंडल में सुनक वित्त मंत्री हुआ करते थे। ऋषि कंजर्वेटिव सांसदों की पसंद रहे हैं और वित्तीय मामलों पर अच्छी समझ भी रखते हैं। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर खराब दौर से गुजर रहे ब्रिटेन को पटरी पर लाना सुनक के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने कहा भी था कि मेरा काम करने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। हमारे सामने जो समस्याएं हैं, उनसे निपटने की भी स्पष्ट योजना है। 
2. एलन मस्क बने ट्‍विटर के मालिक : विश्व के सबसे धनी व्यक्ति एलन मस्क ने 27 अक्टूबर को 44 बिलियन डॉलर (करीब 3,36,910 करोड़ रुपए) में ट्‍विटर अपने नाम कर लिया। ट्‍विटर की कमान संभालने के बाद उन्होंने सबसे पहले वरिष्ठ अधिकारियों को बर्खास्त किया। पहले कहा छंटनी नहीं करेंगे, लेकिन फिर भी उन्होंने लोगों को नौकरी से निकाला। एक वक्त ऐसा भी आया, जब कर्मचारियों ने खुद ट्‍विटर को बाय-बाय बोल दिया। ट्‍विटर खरीदने के बाद मस्क अमीरों की सूची में दूसरे नंबर पर आ गए। ट्‍विटर के अलावा मेटा और अमेजन से भी हजारों कर्मचारियों को नौकरी से हटाया गया। 
 
3. ईरान में हिजाब क्रांति : दुनिया के सबसे कट्‍टर मुल्कों में से एक ईरान को हिजाब क्रांति ने हिलाकर रख दिया। महसा अमीनी नामक एक महिला की संदिग्ध मौत के बाद 17 सितंबर से पूरे देश में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन हो गए। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया, विरोधस्वरूप महिलाओं ने अपने बाल काट लिए। कट्‍टरपंथी सरकार ने हिजाब के खिलाफ आंदोलन का मुख्य चेहरा रहीं हदीस नजफी को भी मार दिया। इस दौरान एक ही आवाज सुनाई दे रही थी 'हिजाब नो मोर'। दरअसल, 13 सितंबर को कुर्दिस्तान से तेहरान अपने रिश्तेदारों से मिलने पहुंची महसा अमीनी के सिर पर हिजाब था, लेकिन ईरान के कानून के मुताबिक वह सही नहीं था। महसा को डिटेंशन सेंटर ले जाया गया। 16 दिसंबर को उसकी मौत की खबर आई। इस घटना के बाद पूरा ईरान सुलग उठा। ईरानी महिलाओं के इस आंदोलन को दूसरे देशों में भी समर्थन मिला। 
 
4. फीफा वर्ल्ड कप : लियोनेल मेसी के शानदार प्रदर्शन की बदौलत 36 वर्ष बाद अर्जेंटीना फीफा वर्ल्डकप में सरताज बना। फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराया। हालांकि फ्रांस के एम्बापे के रूप में फुटबॉल को एक नया सितारा मिला। कतर में आयोजित यह विश्वकप अब तक का सबसे महंगा विश्वकप रहा। इस पर करीब 18 लाख करोड़ खर्च हुए। मेसी को गोल्डन बॉल का खिताब मिला, वहीं एम्बापे ने सर्वाधिक 8 गोल कर गोल्डन बूट का खिताब अपने नाम किया। 
5. महारानी एलिजाबेथ का निधन :  ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर को 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 1926 में जन्मी महारानी एलिजाबेथ ने 70 साल तक ब्रिटेन की गद्दी संभाली। उनके निधन के बाद 73 वर्षीय प्रिंस चार्ल्स को ब्रिटेन का महाराजा बनाया गया। चार्ल्स ब्रिटेन की गद्दी पर बैठने वाले सबसे ज्यादा उम्र के राजा हैं। 
 
6. रूस-यूक्रेन युद्ध : रूस और यूक्रेन लगभग पूरे साल युद्ध में झुलसते रहे। साल 2022 खत्म हो गया लेकिन फरवरी में शुरू हुआ यह युद्ध खत्म नहीं हुआ। युद्ध शुरू होने के बाद से लेकर अब यूक्रेन के शहरों में तबाही के मंजर देखे गए। वहीं भारत समेत अन्य देशों को यूक्रेन में पढ़ रहे अपने छात्रों को वापस लाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ी। इस युद्ध का ही असर रहा कि पूरी दुनिया महंगाई की चपेट में आ गई। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हों या फिर जेलेंस्की कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। यह युद्ध कब खत्म होगा अभी तो कोई नहीं जानता। तबाही के इस खेल में पिस रही है तो दोनों तरफ की ‍जनता। 
 
7. संकट में श्रीलंका : भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में आर्थिक हालात इतना खराब हो गए कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा। 'सिंहासन खाली करो कि जनता आती है' की तर्ज पर प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। लोगों की भीड़ बेडरूम और किचन तक घुस गई। राष्ट्रपति भवन के स्वीमिंग पूल में भी लोग मस्ती करते नजर आए। इस दौरान लोगों को पेट्रोल से लेकर खाने-पीने के सामान तक के लाले पड़ गए। महंगाई अपने ऐतिहासिक स्तर पर आ गई थी।
8. दुनिया की आबादी 8 अरब : नवंबर माह में दुनिया की आबादी 8 अरब से ज्यादा हो गई। 2011 में विश्व की जनसंख्‍या 7 अरब थी। अर्थात करीब 12 साल में दुनिया की आबादी में 1 अरब का इजाफा हो गया। दुनिया के 8 अरबवें बच्चे ने डोमिनिकन रिपब्‍लिक में जन्म लिया। एक अनुमान के मुताबिक 2023 में भारत जनसंख्या के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ देगा। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद से अपनी सबसे धीमी दर से बढ़ रही है, जो 2020 में एक प्रतिशत से भी कम हो गई। 2037 तक दुनिया की जनसंख्‍या 9 अरब तक पहुंच जाएगी।
 
9. जिनपिंग को तीसरा कार्यकाल : चीनी तानाशाह माओ त्से तुंग की तरह 69 वर्षीय राष्ट्रपति शी जिनपिंग को तीसरा कार्यकाल तो मिल गया, लेकिन उनके लिए इस बार चुनौतियां भी कम नहीं हैं। दरअसल, चीन में अब तक कोई भी व्यक्ति अधिकतम 2 बार पार्टी महासचिव बन सकता था, लेकिन साल 2018 में इसमें संशोधन कर जिनपिंग का तीसरी बार सत्ता हासिल करने का रास्ता साफ कर दिया गया। हालांकि कोरोना से त्रस्त लोगों ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया साथ ही जिनपिंग के इस्तीफे की मांग भी कर डाली। साल के अंत में चीन कोरोना संक्रमण के अब तक के सबसे खराब दौर से गुजरा। मीडिया रिपोर्ट्‍स की मानें तो चीन में लाखों लोगों की मौत हो गई, जबकि करोड़ों लोग कोरोना संक्रमित हुए। 
 
10. यूरोप-अमेरिका में भीषण गर्मी, पाकिस्तान में बाढ़ : जलवायु परिवर्तन का असर दुनिया में देखने को मिला। कहीं बहुत ज्यादा गर्मी रही तो कहीं बाढ़ से तबाही के मंजर देखे गए। ब्रिटेन के कई शहरों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। पश्चिमी यूरोप में भी तापमान 40 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। वहीं, अमेरिका में कई शहरों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। साल के आखिर में अमेरिका बर्फीले तूफान का शिकार हो गया और तापमान -40 डिग्री के आसपास पहुंच गया। बर्फीले तूफान से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। बाढ़ के कारण पाकिस्तान में 3 करोड़ से ज्यादा लोग विस्थापित हुए, वहीं करीब 18 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। साथ ही हजारों लोगों की मौत हो गई।  
घटनाएं और भी... : इन घटनाओं के अलावा भी कई और घटनाएं भी ऐसी थीं, जो इस साल सुर्खियों में रहीं। जापान में पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की एक रैली के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई, वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर लॉन्ग मार्च के दौरान गोली चलाई गई। उनके पांव में गोली लगी। दुनिया के 4 देशों-  इटली, हंगरी, स्‍लोवेनिया, होंडुरास में पहली बार महिलाओं को सत्ता मिली।
 
अगस्‍त 2022 में न्‍यूयॉर्क में एक लेक्‍चर के दौरान प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी पर चाकू से जानलेवा हमला किया गया। हॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय एक्‍ट्रेस मर्लिन मुनरो की एक पॉपुलर पेंटिंग ‘शॉट शेज ब्‍लू मर्लिन’ 1500 करोड में नीलाम हुई। यह पेंटिंग मुनरो की मौत के दो साल बाद 1964 में बनाई गई थी। एक्‍टर विल स्‍मिथ द्वारा ऑस्‍कर सेरेमनी में क्रिस रॉक को थप्‍पड मारना भी चर्चा का विषय रहा। भारत की हिन्दी लेखिका गीतांजलि श्री के उपन्यास 'रेत समाधि' के अंग्रेजी अनुवाद 'टूंब ऑफ सैंड' को बुकर सम्मान भी इसी साल मिला। 
 

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