एक पाद राज कपोतासन

अनिरुद्ध जोशी
यदि आपकी तोंद निकली हुई है और बदन अकड़ा हुआ है तो यह आसन करना थोड़ा कठिन है। इस आसन को करने के पूर्व पहले सूर्य नमस्कार से शरीर को लचीला बनाएं। इस आसन को करने से आपकी छाती कबूतर के समान बाहर निकलकर चौड़ी हो जाती है।
 
आसन विधि :
आसन की शुरुआत में दोनों पैरों को सामने फैलाकर बैठ जाएं अर्थात दंडासन में बैठ जाएं। अब बाएं पैर को घुटनों से मोड़कर इसके तलवे को दाएं पैर की जांघ से लगाएं। अब दाएं पैर को शरीर के पीछे की ओर ले जाकर बिल्कुल सीधा कर दें।
 
इसके बाद इसी दाएं पैर को घुटनों से मोड़ते हुए उसके पंजे को सिर से लगाएं और दोनों हाथों को ऊपर उठाते हुए उन पंजों की अंगुलियों को पकड़ लें और छाती को बाहर की ओर खोलें। इस स्थिति में कुछ देर तक रुकने के बाद यही क्रिया दूसरी ओर से करें। अर्थात अब बाएं पैर को पीछे ले जाकर यह क्रिया करें।
 
आसन लाभ : इसका नियमित अभ्यास करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। इससे कंधे के मसल्स और फेंफड़े मजबूत होते हैं साथ है छाती भी चौड़ी हो जाती है।

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