टेनिस में दो कदम आगे तो दो कदम पीछे

भारतीय टेनिस बीते वर्षों की तरह साल 2007 में भी सानिया मिर्जा, लिएंडर पेस और महेश भूपति के इर्द गिर्द ही घूमता रहा, जिसमें वह दो कदम आगे बढ़ा तो दो कदम पीछे भी आया।

भारतीय टेनिस इस साल दो कदम आगे बढ़ा। टेनिस सनसनी सानिया ने अगस्त में 27वीं रैंकिंग हासिल कर इस मुकाम पर पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया।

सानिया को हालाँकि साल में तीन बार चोटिल हो जाने के कारण अनेक टूर्नामेंटों से बाहर रहना पड़ा और अंतत: साल अंत में एकल रैंकिंग 31 और युगल में 18वें स्थान पर पिछडने से वह फिर दो कदम पीछे चली गई।

भारत के दो अन्य स्टार टेनिस खिलाड़ी पेस और भूपति ने दो-दो एटीपी खिताब जीते। साल का अंत इनके लिए भी सुहावना नहीं रहा। भूपति अभी पीठ की सर्जरी के कारण अभी विश्राम कर रहे हैं, जबकि पेस भी हाल में कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत पाए हैं।

सानिया ने वर्ष में अच्छी प्रगति की। वह पिछले साल की समाप्ति पर 66वीं रैंकिंग पर थी लेकिन अगस्त में अमेरिकी ओपन में तीसरे एल ग्रानविला को हराकर तीसरे दौर में पहुँचने वाली सानिया यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बनने के साथ ही टेनिस करियर में पहली बार 27वीं रैंकिंग पर भी पहुँची।

इसके बाद इस हैदराबादी बाला को जैसे नजर लग गयी और उनका प्रदर्शन लगातार गिरता गया। वह इस दौरान चोटों से भी परेशान रही और आखिरी बार अक्टूबर में उन्हें पेट की माँसपेशियों में खिंचाव के कारण जापान ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुँचने के बावजूद बैरंग वापस लौटना पड़ा।

टेनिस के साथ साथ ग्लैमर की दुनिया की भी चहेती सानिया किसी न किसी वजह से पूरे साल अखबारों की सुखियों में भी बनी रही। कभी क्रिकेट मैच देखने तो कभी बॉलीवुड के सितारों के साथ दिखने या फिर विवादों के कारण। सानिया के साथ ताजा विवाद हैदराबाद की मक्का मस्जिद में एक विज्ञापन की शूटिंग को लेकर जुड़ा।

यदि कोर्ट पर प्रदर्शन की बात की जाए तो सानिया ने इस साल कुल 49 मैच खेले, जिसमें से उन्होंने 30 जीते और 19 हारे। युगल में उन्होंने 32 मैच जीते और 11 हारे जबकि वह कुल मिलाकर अपने डब्ल्यूटीए करियर में एकल में अब तक 179 मैच जीत चुकी हैं और 83 में उन्हें हार मिली। युगल में उन्होंने 123 मैच जीते और 58 हारे।

सानिया इस साल ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में आस्ट्रेलियाई ओपन फेंच ओपन और विम्बलडन के दूसरे दौर में जबकि अमेरिकी ओपन के तीसरे दौर तक पहुँची।

सानिया को अभी आस्ट्रेलिया में होने वाले होपमैन कप में रोहन बोपन्ना के साथ मिश्रित युगल में खेलना है। भारत की इस जोड़ी को उनके पिछले साल के बेहतर प्रदर्शन के आधार पर इस प्रतियोगिता में सीधे प्रवेश दिया गया है।

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