साल 2016 : भारत ने हासिल कीं अभिनव उपलब्धियां...

Webdunia
नई दिल्ली। अपने अंत के करीब पहुंच चुके साल 2016 में भारत ने ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते का अनुमोदन किया, परमाणु ऊर्जा को लेकर आपत्ति जताने वाले जापान के साथ असैन्य परमाणु करार हुआ और परमाणु क्षति पूरक मुआवजा संधि को भी अनुमोदित कर दिया गया।
विश्व में तीसरे सबसे बड़े कार्बन उत्सर्जक भारत ने इस साल दो अक्‍टूबर को महात्मा गांधी की 147वीं जयंती के मौके पर ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते का अनुमोदन कर दिया संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भारत के जलवायु नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा, सभी भारतीयों को धन्यवाद। 
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे के बीच वार्ता के बाद 11 नवंबर को भारत और जापान ने असैन्य परमाणु ऊर्जा को लेकर एक ऐतिहासिक करार पर हस्ताक्षर किए। इस करार से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय आर्थिक और सुरक्षा संबंधों में गति लाने और जापानी कंपनियों को भारत में परमाणु संयंत्र लगाने में सहायता मिलेगी।
 
विवादित परमाणु दायित्व मुद्दे को समाप्त करने और आपूतिकर्ताओं की चिंताएं शांत करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम में, भारत ने इस साल जनवरी में परमाणु क्षतिपूरक मुआवजा संधि को अनुमोदित कर दिया जो असैन्य परमाणु दायित्व से संबंधित मामलों पर गौर करने के लिए असरदार कदम है। इस कदम से परमाणु क्षति के लिए बढ़े हुए मुआवजे का वैश्विक दायित्व शासन स्थापित करने में मदद मिलेगी।
 
सफलता की एक नई गाथा लिखते हुए भारत ने इस साल अपनी सबसे मारक और परमाणु क्षमता से युक्त अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-पांच का सफल परीक्षण किया, जिसकी पहुंच पूरे चीन तक होगी। इस सफल परीक्षण से सबसे शक्तिशाली भारतीय मिसाइल के प्रायोगिक परीक्षण और अंतिम तौर पर इसे स्पेशल फोर्सेस कमांड (एसएफसी) में शामिल करने का रास्ता साफ हो गया।
 
अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में कीर्तिमान स्थापित करते हुए भारत ने 22 जून को एक ही मिशन में 17 विदेशी और एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह समेत 20 उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसलएवी-सी34) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और नई पीढ़ी के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (काटरेसैट-2 सीरीज) और 19 अन्य उपग्रहों को ‘सन सिंक्रोनस ऑर्बिट’ (एसएसओ) या सूर्य स्थतिक कक्षा में स्थापित कर दिया।
 
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में इस साल देश के सबसे लंबे, छह लेन वाले एक्सप्रेस-वे ने काम करना शुरू कर दिया। सामरिक लिहाज से महत्वपूर्ण इस एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन पर भारतीय वायुसेना के सुखोई समेत अत्याधुनिक विमानों ने इस सड़क से उड़ान भरी। वायुसेना के विमानों के उड़ान एवं लैंडिंग के लिए उपयुक्त लगभग 302 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे जरूरत पड़ने पर हवाई पट्टी के तौर पर भी काम करेगा।
 
21 जून को संयुक्त राष्ट्र सचिवालय की इमारत के बाहर 135 राष्ट्रीयताओं के लोग अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए जुटे। भारत इसी साल मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था का सदस्य बन गया।
 
चीन और पाकिस्तान द्वारा एनएसजी में भारत की सदस्यता का विरोध किए जाने की बात पर अमेरिका ने इस साल कहा कि भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण कानून की अनिवार्यताओं को पूरा करता है और विशिष्ट क्लब में प्रवेश लेने के लिए तैयार है।
 
एक दुर्लभ खगोलीय घटना में नौ मई को बुध ग्रह सौर डिस्क पर बिंदु की तरह नजर आया। ऐसा सूर्य, बुध और पृथ्वी के एक रेखा में आ जाने पर हुआ। यह डिस्क पर बिंदु की तरह दिखा क्योंकि इसका कोणीय आकार सूर्य की तुलना में बहुत कम था। सदी में केवल 13 बार घटित होने वाले इस दृश्य को भारत के कई हिस्सों से देखा गया। (भाषा) 
अगला लेख