विदेशों में और खासतौर से खाड़ी के देशों में काम कर रहे 50 लाख से अधिक भारतीय कामगारों को स्वदेश वापसी, पुनर्वास और बुढ़ापे के लिए बचत करने का एक माध्यम प्रदान करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रवासी भारतीय कामगारों के लिए नई पेंशन और जीवन बीमा योजना की घोषणा की।
राजस्थान की राजधानी में 10वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को दूसरे दिन संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने अपने वतन से दूर रहने वालों से अपनाइयत जताते हुए कहा कि उनकी सरकार विदेशों में और खास तौर से खाड़ी के देशों एवं पश्चिम एशिया में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा के लिए वास्तव में फिक्रमंद है।
उन्होंने सम्मेलन में भाग लेने आए 60 देशों के 1900 से अधिक प्रवासी भारतीयों से कहा मुझे आपको यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि सरकार ने प्रवासी भारतीय कामगारों के लिए एक नई पेंशन और जीवन बीमा योजना की शुरुआत और इसे प्रायोजित करने का फैसला किया है। यह योजना प्रवासी कामगारों को स्वदेश वापसी, पुनर्वास और बुढ़ापे के लिए स्वेच्छा से बचत करने का उत्साह, सामथ्र्य और सहायता प्रदान करेगी।
इस योजना को हाल ही में केबिनेट ने अपनी मंजूरी दी। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत प्राकृतिक मृत्यु होने पर भी जीवन बीमा का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे विदेशों में बसे हमारे कामगारों की एक पुरानी मांग पूरी हो गई। (भाषा)