दुबई:श्रीलंका की एशिया कप में खिताबी जीत के हीरो रहे भानुका राजपक्षे ने इस खिताब को संकट का सामना कर रहे अपने देश को समर्पित किया है।श्रीलंका ने रविवार रात खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान को 23 रन से हराकर 2014 के बाद एशिया कप का खिताब जीता जो उनका कुल मिलाकर छठा खिताब है।
श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 58 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे लेकिन राजपक्षे (45 गेंद में 71 रन) और वानिंदु हसरंगा (21 गेंद में 36 रन) की बदौलत टीम शानदार वापसी करते हुए छह विकेट पर 170 रन बनाने में सफल रही।
देश में सबसे खराब आर्थिक संकट और राजनीतिक अशांति की पृष्ठभूमि में श्रीलंका ने एशिया कप खिताब जीता।
राजपक्षे के साथ मौजूदा श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने टूर्नामेंट के पहले मैच में अफगानिस्तान से हारने के बावजूद पूरे टूर्नामेंट में इतना अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अपने साथियों की प्रशंसा की।
शनाका ने कहा, उस पहली हार के बाद हमने गंभीर चर्चा की। हम जानते थे कि हमारे पास प्रतिभा है लेकिन यह खेल परिदृश्यों में उन्हें लागू करने के बारे में था और सभी खिलाड़ियों ने योगदान दिया। यह एक ऐसा माहौल है जिसे हमने एक टीम और कोचिंग स्टाफ के रूप में बनाया है और अब इसका फायदा मिल रहा है।
उन्होंने कहा, यहां तक कि दो-तीन साल पहले भी टीम अच्छी क्रिकेट खेलती थी लेकिन जीत नहीं मिल रही थी। यह हमारे क्रिकेट में बदलाव हो सकता है। ये खिलाड़ी पांच-छह साल तक खेलना जारी रख सकते हैं जो एक बहुत अच्छा संकेत भी है।
श्रीलंका के कप्तान ने कहा, विश्व कप क्वालीफायर से भी मदद मिलेगी क्योंकि यह हमें मुख्य टूर्नामेंट होने से पहले उन परिस्थितियों में खेलने का मौका देगा। यह वास्तव में हमारे लिए अच्छा अवसर होगा
मनोबल बढ़ाने वाले एशिया कप खिताब के बाद शनाका ने कहा कि यही टीम भविष्य में बड़ी सफलता हासिल कर सकती है।उन्होंने कहा, जब भारत-पाकिस्तान की बात आती है तो हम जानते हैं कि यह एक अलग खेल है। हमारा क्रिकेट इतिहास भी अच्छा है इसलिए हमें यह साबित करने की जरूरत नहीं है कि हमारी टीम अच्छी है।(भाषा)