अमूमन जो टीम मैच जीत जाती है उसके ही खिलाड़ी के मैन ऑफ द मैच जीतने की संभावना बढ़ जाती है। बहुत कम मौकों पर यह देखा गया है कि हारने वाली टीम के खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच मिला हो। एशिया कप के इतिहास में तो यह पहली बार ही हुआ । यह कारनामा किया 20 वर्षीय दिमुथ वेलालागे ने जिन्होंने पहले तो टीम इंडिया के 5 विकेट झटके और अंत में नाबाद 46 रनों की पारी खेली।
एशिया कप सुपर चार के मैच में भारत के शीर्ष क्रम को झकझोरने वाले श्रीलंका के बाएं हाथ के स्पिनर डुनिथ वेलालगे ने कहा कि उन्हें विराट कोहली और रोहित शर्मा के बड़े विकेट लेकर बहुत खुशी मिली। वेलालगे ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, मेरे लिए विराट कोहली नंबर एक बल्लेबाज हैं। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने उन दोनों ( कोहली और रोहित) के बड़े विकेट लिए। मैंने अपने बेसिक्स और खुद पर भरोसा रखा।
वेलालगे ने बाद में बल्लेबाजी में भी प्रभाव छोड़ा तथा 46 गेंद पर 42 रन बनाए। उन्होंने धनंजय डिसिल्वा के साथ सातवें विकेट के लिए 63 रन की साझेदारी करके श्रीलंका की उम्मीद जगा दी थी।
उन्होंने कहा, मैंने केवल उनका साथ देने का प्रयास किया। हम किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते थे। हमारी रणनीति भारत के स्कोर के करीब पहुंचना था।
श्रीलंका को अब गुरुवार को पाकिस्तान का सामना करना है जिसमें जीत दर्ज करने वाली टीम 17 सितंबर को होने वाले फाइनल में भारत से भिड़ेगी। वेलालगे को उम्मीद है कि उनकी टीम फाइनल में जगह बनाने में सफल रहेगी।
श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने दुनिथ वेल्लालागे को प्रतिभा का धनी बताते हुये कहा कि युवा खिलाड़ी से श्रीलंका क्रिकेट की उम्मीदें बढ़ गयी हैं और वह अगले एक दशक में श्रीलंका के सबसे सफल हरफनमौला खिलाड़ी बनने की राह पर हैं।
मंगलवार को एशिया कप में भारत के पांच अहम विकेट चटकाने के साथ बल्लेबाजी से भी क्रिकेट दिग्गजों को प्रभावित करने वाले वेल्लालागे की मलिंगा ने तारीफ करते हुये कहा कि 20 वर्षीय खिलाड़ी की प्रतिभा से वह खासे अभिभूत है। उन्होने कहा “यह कहना उचित है कि श्रीलंका ने आज 12 खिलाड़ियों के साथ खेला। दुनिथ कितना अच्छा था। उनके युवा कंधों पर हरफनमौला कौशल की जिम्मेदारी है। मेरा मानना है कि वह अगले दशक में वनडे में श्रीलंका के लिए सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने की राह पर हैं।”