भारत एशिया कप से लगभग बाहर होने की कगार पर है। पहले पाकिस्तान और अब श्रीलंका से 4 और 6 विकेट से हारने के बाद पूर्व क्रिकेटर कमेंटेटर और भारतीय फैंस टीम के चयन पर सवाल उठा रहे हैं।
जब आवेश खान को बुखार आया तो तीसरे गेंदबाज की भूमिका हार्दिक पांड्या ने निभाई बेहतर होता कि स्टैंडबाय खिलाड़ी दीपक चाहर को दल में वैसे ही शामिल किया जाता जैसे रविंद्र जड़ेजा की जगह अक्षर पटेल को शामिल किया गया। लेकिन कप्तान और कोच इंतजार करते रह गए।
रोहित अपनी गलती ना मानने पर अड़े
भारत भले ही फाइनल में जगह बनाने की स्थिति में नहीं है लेकिन रोहित ने कहा कि टीम में कुछ भी गलत नहीं है और वह जिस तरह से खेल रही है वह भी गलत नहीं है।रोहित ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कुछ गलत है। बाहर से लोग किस नजरिए से देख रहे हैं लेकिन हमें कुछ गलत नजर नहीं आता है।
रोहित से लगातार इस पर सवाल किए गए कि दीपक हुड्डा को जब एक भी ओवर नहीं दिया गया तो फिर उन्हें सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए क्यों भेजा गया।
भारतीय कप्तान ने कहा, हम मध्यक्रम में बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते थे और इसलिए दिनेश कार्तिक को बाहर रखा गया। उनकी फॉर्म को देखकर यह फैसला नहीं किया गया। हम दबाव बनाने के लिए मध्यक्रम में बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते थे लेकिन हम दबाव नहीं बना पाए।