2. बर्तन खरीदना : इस दिन पुराने बर्तनों को बदलकर यथाशक्ति ताम्बे, पीतल, चांदी के गृह-उपयोगी नवीन बर्तन खरीदते हैं। पीतल के बर्तन लक्ष्मी और बृहस्पति के प्रतीक हैं अत: इस दिन सोना नहीं खरीद पा रहे हैं तो पीतल के बर्तन जरूर खरीदें।
5. अन्य वस्तुएं : इसके अलावा इस दिन दीपावली पूजन हेतु लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, खिलौने, खील-बताशे आदि भी खरीदे जाते हैं। इस दिन लक्ष्मी, गणेश, कुबेर, धन्वंतरि और यमराजजी की पूजा होती है। इस दिन ग्रामिण क्षेत्रों में पशुओं की पूजा भी होती है।
*13 नंवबर को खरीददारी करना चाहते हैं कि सुबह 11:20 से 12:04 तक अभिजीत मुहूर्त है।
12 नवंबर 2020, गुरुवार, रात्रि 9 बजकर 30 मिनट से 13 नवंबर सुबह 6 बजकर 42 मिनट तक, नक्षत्र - हस्त, चित्रा, तिथि- त्रयोदशी। 13 नवंबर 2020, शुक्रवार, सुबह 6 बजकर 42 मिनट से शाम 5 बजकर 59 मिनट तक, नक्षत्र- चित्रा, तिथि- त्रयोदशी रहेगी।