प्रतिमाह आने वाली पूर्णिमा (Purnima) के दिन चंद्र देवता के पूजन का विशेष महत्व है। चंद्र ना सिर्फ सेहत की दृष्टि से बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी विशेष पूजनीय हैं। अत: इस दिन व्रत रखकर चंद्रमा का पूजन करने तथा उनके मंत्रों का जाप करना अतिलाभकारी होता है। पूर्णिमा तिथि पर चंद्रदेव के मंत्रों (Chandra Mantra) का जाप करने से वे प्रसन्न होकर जीवन के सभी कष्टों का अंत कर देते हैं। यह चंद्र मंत्र मन को शांति और शीतलता के साथ अपार धन, धान्य, संपत्ति और ऐश्वर्य का वरदान भी देते हैं...।
नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
- ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:।
- ॐ इमं देवा असपत्नं ग्वं सुवध्यं।
महते क्षत्राय महते ज्यैश्ठाय महते जानराज्यायेन्दस्येन्द्रियाय इमममुध्य पुत्रममुध्यै
पुत्रमस्यै विश वोsमी राज: सोमोsस्माकं ब्राह्माणाना ग्वं राजा।
- ॐ भूर्भुव: स्व: अमृतांगाय विद्महे कलारूपाय धीमहि तन्नो सोमो प्रचोदयात्।
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