मार्च के प्रथम दिवस अर्थात 1 मार्च प्रात: 8.30 बजे से ही भद्रा लग गई है, अत: यह माह परेशानी व आम जनता के लिए कष्ट वाला रहेगा। अमेरिका, रूस, अफगानिस्तान, तुर्की व बर्मा में आर्थिक परेशानी का दौर रहेगा। दक्षिण अफ्रीका, चीन, अटलांटिक, दुबई, ईरान, इराक, बांग्लादेश व पाकिस्तान में आंतरिक झगड़े बढ़ेंगे। भारत व नेपाल में यह माह शांति व सुख वाला रहेगा। दक्षिण कोरिया पर युद्ध जैसी स्थिति बनेगी।
विश्व में इस माह प्रजा को सुख व शांति नहीं मिलेगी। आतंक से भय बना रहेगा। विश्व में राजनीति में इस माह उथल-पुथल रहेगी एवं भारत में राजनीतिक दलों में आपसी तनाव बढ़ेगा। सरकार व विपक्ष में तालमेल नहीं रहेगा। क्षेत्रीय पार्टियां अपना वर्चस्व बनाने में सफल होंगी व छोटे राजनेता से प्रजा पर कष्ट रहेगा।
इस माह गेहूं, चना व तुवर का भाव कम रहेगा। मूंग, चवला, सोयाबीन, चावल, साबूदाना, शकर, चांदी व सोने का भाव तेज होगा। लाल वस्तुओं का भाव कम-ज्यादा बना रहेगा। तेल, घृत, जौ, तिल, चंदन, मसूर एवं जड़ी-बूटियों के भावों में अच्छी तेजी रहेगी।
इस माह की कुंडली को बादल की चाल से देखें तो पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में तेजी आएगी व मैदानी भागों में तापमान बहुत अधिक रहेगा। उत्तराखंड, उत्तरपदेश, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, चेन्नई, गुजरात व राजस्थान अधिक गर्म रहेंगे। मध्यप्रदेश, पंजाब, हिमाचल व छत्तीसगढ़ में दिन का तापमान अधिक रहेगा व रात में कम रहेगा।