सूर्य ग्रहण और शनि के मीन राशि में प्रवेश का दुर्लभ संयोग, क्या होगा देश दुनिया का हाल? कौनसी 6 राशियां रहेंगी बेहाल?

डॉ. अविनाश शाह

शनिवार, 22 मार्च 2025 (11:32 IST)
Solar Eclipse And Saturn Transit in Pisces 2025 ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का राशि परिवर्तन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। साल 2025 में गोचर में कई महत्वपूर्ण ग्रहों का राशि परिवर्तन होने वाला है, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण घटना 29 मार्च 2025 को गोचर में सूर्य ग्रहण तथा शनि के मीन राशि में परिवर्तन का दुर्लभ संयोग है। गोचर में होने वाली इस महत्वपूर्ण घटना का प्रभाव देश-दुनिया तथा 6 राशियों पर नकारात्मक रूप से पड़ेगा।
 
29 मार्च 2025 को शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ से मीन राशि में गोचर करेंगे तथा मीन राशि पर सूर्य, राहु, शुक्र, बुध तथा चंद्रमा के साथ युति करेंगे, गोचर में बनने वाला यह योग देश-दुनिया के लिए अच्छा नहीं माना जाता। सूर्य, राहु तथा चंद्र एक राशि में होने के कारण सूर्य ग्रहण का भी प्रभाव देखने को मिलेगा। 29 मार्च 2025 को होने वाला सूर्य ग्रहण दुनिया में कई जगह दिखाई देगा। परंतु भारत में यह ग्रहण अदृश्य होगा तथा ग्रहण का सूतक भारत में नहीं लगेगा, गोचर में होने वाली इस घटना के कारण विश्व में चल रही शांति वार्ताएं विफल होगी तथा पुनः युद्ध एवं संघर्ष की स्थिति उत्पन्न होगी। सूर्य ग्रहण के कारण विश्व में प्राकृतिक आपदाएं हो सकती है तथा गोचर की इस घटना का प्रभाव 6 राशियों पर भी नकारात्मक पड़ेगा जो कि इस प्रकार है।ALSO READ: Solar Eclipse 2025: सूर्य ग्रहण कब से कब तक लगेगा, कहां नजर आएगा, क्या है सूतक काल का समय, 12 राशियों पर प्रभाव
 
1. मेष राशि: मेष राशि वाले जातकों के लिए शनि 29 मार्च 2025 को द्वादश भाव में गोचर करेंगे तथा सूर्य, राहु, शुक्र, बुध एवं चंद्रमा के साथ में 6 ग्रहों का दुर्लभ संयोग बनाएंगे। मीन राशि में शनि का गोचर मेष राशि वालों के लिए अच्छा नहीं माना जाएगा तथा इसके प्रभाव से मेष राशि वालों के पारिवारिक मतभेद बढ़ेंगे तथा आर्थिक नुकसान होगा और सूर्य ग्रहण के प्रभाव से शत्रु पक्ष भी इन राशि वालों को परेशान कर सकता है।
 
2. मिथुन राशि: मिथुन राशि वाले जातकों के लिए शनि का गोचर दशम भाव में रहेगा तथा सूर्य, राहु, शनि के प्रभाव के कारण इन राशि वालों को कार्य क्षेत्र में कई रूकावटों का सामना करना पड़ सकता है तथा इन राशि वालों को नौकरी जाने का डर भी बना रहेगा। मिथुन राशि वालों के लिए शनि का गोचर पिता के स्वास्थ्य को खराब करने वाला होगा, अतः पिता के स्वास्थ्य का पूर्ण रूप से ध्यान रखें।
3. सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए शनि का गोचर अष्टम भाव में होगा तथा इन राशि वालों के लिए शनि की ढैय्या  का प्रारंभ होगा। शनि की ढैय्या के प्रभाव के कारण सिंह राशि वालों को आर्थिक नुकसान हो सकता है तथा पारिवारिक मतभेद की वजह से बटवारा या अशांति हो सकती है। इन राशि वालों के लिए शनि का गोचर अच्छा नहीं है, क्योंकि इसके प्रभाव से कार्यक्षेत्र में भी कई रूकावटों का सामना करना पड़ेगा।ALSO READ: शनि राहु का मिलन, संसार के लिए खतरे की घंटी (SATURN Transit 2025) 12 राशिफल, उपाय
 
4. कन्या राशि: कन्या राशि वालों के लिए शनि का गोचर सप्तम भाव में होगा तथा सप्तम भाव में 6 ग्रहों के प्रभाव के कारण इन राशि वालों का अपने जीवनसाथी के साथ में मतभेद तथा तनाव हो सकता है। कन्या राशि वालों के लिए शनि का गोचर वैवाहिक जीवन को खराब करने वाला होगा, अतः व्यर्थ के विवाद से दूर रहे।
 
5. वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि वालों के लिए शनि का गोचर पंचम भाव में होगा। पंचम भाव में शनि की युति सूर्य तथा राहु के साथ में बनेगी, इसके प्रभाव के कारण इन राशि वालों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है तथा पेट की समस्या उत्पन्न हो सकती है। सूर्य, शनि, राहु के प्रभाव के कारण इन राशि वालों को संतान की चिंता भी विशेष रूप से रहेगी।
 
6. धनु राशि: धनु राशि वालों के लिए शनि का गोचर चतुर्थ भाव में होगा तथा चतुर्थ भाव में सूर्य, राहु, शनि, शुक्र, बुध तथा चंद्रमा की युति के प्रभाव के कारण इन राशि वालों के माता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है और माता के सुख की हानि भी हो सकती है। अतः माता के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखें, धनु राशि वालों के लिए शनि की ढैय्या प्रारंभ होगी जिस वजह से इनको आर्थिक हानि भी हो सकती है।ALSO READ: मीन राशि पर सूर्य, शनि, राहु की युति: क्या देश दुनिया के लिए खतरे का है संकेत?
 

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