jitendra

सिनेमा की यह अद्भुत भाषा गढ़ने वाले कोई और नहीं, बर्गमैन थे। गत सदी के सबसे महान फिल्‍मकार इंगमार बर्गमैन, जो हालाँकि स्‍वीडन के रहने वाले थे, लेकिन जिनके...
ब्‍लॉगिंग की दुनिया से फरवरी, 2007 से जुड़ा और अपना ब्‍लॉग वाह ! मनी के नाम से बनाया। बिजनेस पत्रकारिता से पिछले 19 साल से जुड़ा हुआ हूँ और ऐसा प्‍लेटफार्म...
कुछ बातें किताबों में लिखी जाती हैं और कुछ जीवन का यथार्थ होता है। जीवन का यथार्थ, जो आदर्श से नहीं, मनी से संचालित है। आज हम एक ऐसे ब्‍लॉग के बारे में...
ब्‍लॉग चर्चा का सफर जारी है और इस सफर में हमारे साथ नए-नए हमराह जुड़ते जा रहे हैं। इस बार हमारी यह यात्रा जाकर रुकी है, रवीश के कस्‍बे में। कस्‍बे में...
ब्‍लॉग-चर्चा में आज हम कॉफी की चुस्कियों के साथ कुछ समय कॉफी हाउस में बिताने वाले हैं। कॉफी हाउस का भूगोल और वहाँ भीतर के रचना-संसार के बारे में कुछ बातें।...
एक हिंदुस्‍तानी की डायरी पत्रकार अनिल सिंह का ब्‍लॉग है। इस डायरी में बहुत सारी बातें दर्ज है। जीवन के ढेरों अनुभव हैं, आसपास की घटनाओं पर विचारात्‍मक...
चीजें हमेशा ठीक वैसी ही नहीं होतीं, जैसी वह ऊपर से नजर आती हैं। जिंदगी भी वैसी नहीं होती, जैसी सतह पर दिखती है। चेहरा कितना भी मन का आईना क्यों न हो, वह...
ब्‍लॉग-चर्चा में आज हम बात करने वाले हैं, एक ऐसे शख्‍स की, जिनका नाम आलोक कुमार के बाद हिंदी के सबसे पुराने ब्‍लॉगरों में शुमार किया जाता है। वो न सिर्फ...
दुबई में रह रही बेजी जैसन पेशे से तो डॉक्‍टर हैं, लेकिन मन उनका कवियों वाला है। वो गद्य भी लिखें तो उसमें कविता के सुर होते हैं। कविता जैसी लय और प्रवाह...
15 अगस्‍त, 1947 को आधी रात के वक्‍त, जब पूरा देश गहरी नींद में सोया हुआ था, वर्षों की गुलामी के घने कुहरे को भेदती हुई रोशनी की एक लकीर दाखिल हुई और वर्षों...
जे. आर. डी. टाटा के बारे में बहुत-सी कहानियाँ सुनाई जाती हैं। मुंबई में फ्लोरा फाउंटेन के पास दलाल स्‍ट्रीट पर टाटा हाउस है, मुंबई में टाटा का हेड ऑफिस।...
ब्‍लॉग-चर्चा में इस बार हम लेकर आए हैं, हिंदी की जानी-मानी चिट्ठाकार प्रत्‍यक्षा का ब्‍लॉग। ब्‍लॉग भी उनका हमनाम ही है और हिंदी के बहुत शुरुआती ब्‍लॉगों...
ब्‍लॉग-चर्चा का यह सफर इस बार जाकर रुका है, आलोक पुराणिक के ब्‍लॉग 'अगड़म-बगड़म' पर। बहुत हो गई गई गंभीर बातें। हर समय गुरु-गंभीर मुद्रा बनाए गंभीर ‍विमर्शों...
ब्लॉग एवं इन्टरनेट पर लेखन तो काफी सालों से चल रहा था, मगर वह अँग्रेजी में ही हुआ करता था और वह भी तकनीकी मसलों पर ही। फिर वर्ष 2005 में कविता लिखने का...
ब्‍लॉग-चर्चा आज उड़न-तश्‍तरी पर सवार है। उड़न तश्‍तरी उड़ती हुई हिंदी ब्‍लॉगों की दुनिया की सैर कर रही है। ब्‍लॉग माध्‍यम ने ऐसे बहुतेरे लोगों को लेखन...
बहुत हो गई ब्‍लॉग-चर्चा, गुरु गंभीर बातें, अब फुरसत से कुछ बतियाते हैं, गपियाते हैं। आज चलते हैं, फुरसतिया के ब्‍लॉग पर। जनाब फुरसतिया को बड़ी फुरसत है,...
आज से चार सौ साल पूर्व सोलहवीं शताब्‍दी में मुगल सम्राट अकबर के जमाने में जन्‍मे कवि और दार्शनिक तुलसीदास की रचनाएँ आज चार सदी बाद भी भारतीय समाज के अंतर्मन...
सन् 2005 में जब हिंदी में कोई ठीक से ब्‍लॉग का नाम भी नहीं जानता था, उदय प्रकाश ने अपने ब्‍लॉग की शुरुआत की, लेकिन यह सिलसिला ज्‍यादा लंबा नहीं चला। लंबे...
हमारी ब्‍लॉग-चर्चा का नया ठौर है – निर्मल-आनंद । मुंबई में रह रहे और पेशे से टेलीविजन लेखन से जुड़े अभय तिवारी के बहुचर्चित ब्‍लॉग का नाम है – निर्मल-आनंद।...
कुर्तुल-ऐन-हैदर की उम्र तब मात्र 32 वर्ष थी, जब उन्‍होंने ‘आग का दरिया’ लिखा था। ‘आग का दरिया’ सचमुच आग का दरिया ही था। इस उपन्‍यास ने ऐसी आग लगाई थी,...