एक हिंदुस्तानी की डायरी पत्रकार अनिल सिंह का ब्लॉग है। इस डायरी में बहुत सारी बातें दर्ज है। जीवन के ढेरों अनुभव हैं, आसपास की घटनाओं पर विचारात्मक...
ब्लॉग-चर्चा में इस बार हम लेकर आए हैं, हिंदी की जानी-मानी चिट्ठाकार प्रत्यक्षा का ब्लॉग। ब्लॉग भी उनका हमनाम ही है और हिंदी के बहुत शुरुआती ब्लॉगों...
ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में, जबकि सस्ते मनोरंजन के ढेरों साधन धड़ाधड़ उग रहे हैं, थोक के भाव फिल्में बन रही हैं, मल्टीप्लेक्स खुल रहे हैं और रेडियो...
ब्लॉग चर्चा का सफर जारी है और इस सफर में हमारे साथ नए-नए हमराह जुड़ते जा रहे हैं। इस बार हमारी यह यात्रा जाकर रुकी है, रवीश के कस्बे में। कस्बे में...
ब्लॉग-चर्चा आज उड़न-तश्तरी पर सवार है। उड़न तश्तरी उड़ती हुई हिंदी ब्लॉगों की दुनिया की सैर कर रही है। ब्लॉग माध्यम ने ऐसे बहुतेरे लोगों को लेखन...
ब्लॉग एवं इन्टरनेट पर लेखन तो काफी सालों से चल रहा था, मगर वह अँग्रेजी में ही हुआ करता था और वह भी तकनीकी मसलों पर ही। फिर वर्ष 2005 में कविता लिखने का...
चीजें हमेशा ठीक वैसी ही नहीं होतीं, जैसी वह ऊपर से नजर आती हैं। जिंदगी भी वैसी नहीं होती, जैसी सतह पर दिखती है। चेहरा कितना भी मन का आईना क्यों न हो, वह...
कलकत्ता में एक प्राइवेट कंपनी में छः साल नौकरी करने के बाद उसके मन में यह ख्याल आया कि क्यों न हिंदी फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाई जाए। अभिनय का शौक उसे...
ब्लॉग-चर्चा का यह सफर इस बार जाकर रुका है, आलोक पुराणिक के ब्लॉग 'अगड़म-बगड़म' पर। बहुत हो गई गई गंभीर बातें। हर समय गुरु-गंभीर मुद्रा बनाए गंभीर विमर्शों...
ब्लॉग-चर्चा में इस बार हम बात करने वाले हैं ज्ञानदत्त पांडेय की मानसिक हलचलों के बारे में। ब्लॉग लेखक ज्ञानदत्त पांडेय की तमाम मानसिक हलचलों का लेखा-जोखा...
ब्लॉगिंग की दुनिया से फरवरी, 2007 से जुड़ा और अपना ब्लॉग वाह ! मनी के नाम से बनाया। बिजनेस पत्रकारिता से पिछले 19 साल से जुड़ा हुआ हूँ और ऐसा प्लेटफार्म...
हमारी ब्लॉग-चर्चा का नया ठौर है – निर्मल-आनंद । मुंबई में रह रहे और पेशे से टेलीविजन लेखन से जुड़े अभय तिवारी के बहुचर्चित ब्लॉग का नाम है – निर्मल-आनंद।...
बहुत हो गई ब्लॉग-चर्चा, गुरु गंभीर बातें, अब फुरसत से कुछ बतियाते हैं, गपियाते हैं। आज चलते हैं, फुरसतिया के ब्लॉग पर। जनाब फुरसतिया को बड़ी फुरसत है,...
लगभग दो महीने से जारी हमारी इस ब्लॉग-चर्चा में हिंदी के बहुत सारे ब्लॉगों के बारे में बातचीत हुई, लेकिन ब्लॉग-जगत के इस पहलू पर हम पहली बार नजर डाल...
ब्लॉग-चर्चा में आज हम बात करने वाले हैं, एक ऐसे शख्स की, जिनका नाम आलोक कुमार के बाद हिंदी के सबसे पुराने ब्लॉगरों में शुमार किया जाता है। वो न सिर्फ...
दुबई में रह रही बेजी जैसन पेशे से तो डॉक्टर हैं, लेकिन मन उनका कवियों वाला है। वो गद्य भी लिखें तो उसमें कविता के सुर होते हैं। कविता जैसी लय और प्रवाह...
नामियों-गिरामियों के चिट्ठों की चर्चा के बाद आज कुछ अनाम बातें की जाएँ। ब्लॉग-चर्चा का अगला पड़ाव ऐसा ही एक अनाम ब्लॉग है। ब्लॉगर का परिचय सिर्फ इतना...
पिछले कुछ वर्षों में यह बदलाव काफी तेजी के साथ महसूस हुआ है। वर्ष-2007 इस तरह की फिल्मों, जिन्हें हम कला सिनेमा या ऑफ बीट सिनेमा के खिताब से नवाजते रहते...
ब्लॉग-चर्चा में आज हम कॉफी की चुस्कियों के साथ कुछ समय कॉफी हाउस में बिताने वाले हैं। कॉफी हाउस का भूगोल और वहाँ भीतर के रचना-संसार के बारे में कुछ बातें।...
सन् 2005 में जब हिंदी में कोई ठीक से ब्लॉग का नाम भी नहीं जानता था, उदय प्रकाश ने अपने ब्लॉग की शुरुआत की, लेकिन यह सिलसिला ज्यादा लंबा नहीं चला। लंबे...