फ़िरदौस ख़ान

गेहूं की फसल पककर तैयार हो चुकी है। कई जगह कटाई का काम भी शुरू हो गया है। किसानों को फसल की कटाई से लेकर फसल को बाजार तक ले जाने में काफी सावधानियां बरतने...
मूंग की फ़सल भारत की लोकप्रिय दलहनी फ़सल है और इसकी खेती विभिन्न प्रकार की जलवायु में की जाती है। यह फ़सल सभी प्रकार की भूमि में उगाई जा सकती है, लेकिन अच्छे...

रमज़ान : खानपान और सेहत

सोमवार, 3 मार्च 2025
Ramadaan 2025 : यह बात कुछ लोगों को अजीब लग सकती है, लेकिन यह सच है कि रमज़ान में बहुत से लोगों का वज़न बढ़ जाता है। रमज़ान में शुगर भी बढ़ जाती है। जिन लोगों...
दुनिया के सभी मज़हबों में मां को बहुत अहमियत दी गई है, क्योंकि मां के दम से ही तो हमारा वजूद है. ख़ुदा ने जब कायनात की तामीर कर इंसान को ज़मीं पर बसाने का...
Holi history : होली का सबसे पहला काम झंडा लगाना है। यह झंडा उस जगह लगाया जाता है, जहां होलिका दहन होना होता है। मर्द और बच्चों चौराहों पर लकड़ियां इकट्ठी...
रमज़ान का महीना शुरू हो चुका है। इसे इबादत, रहमत और निजात का महीना कहा जाता है। यह इस्लामी साल का नौवां महीना होता है। इस्लाम के मुताबिक़ अल्लाह ने अपने...
'लफ़्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी' के नाम से प्रसिद्ध फ़िरदौस ख़ान ने 'फ़हम अल क़ुरआन' लिखा हैं। इस्लाम के मुताबिक़ क़ुरआन आसमानी किताब है, जिसे अल्लाह ने हज़रत जिब्राईल...
पहले रेडियो का इस्तेमाल सिर्फ़ नौसेना ही किया करती थी, बाक़ी लोगों के लिए इसका इस्तेमाल करने पर सख़्त पाबंदी थी। साल 1918 में ली द फ़ोरेस्ट ने न्यूयॉर्क के...
दुनियाभर में मधुमेह का खतरा लगातार बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़ इस समय दुनियाभर में 24 करोड़ 60 लाख लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और वर्ष 2025...
फिल्म अभिनेता संजीव कुमार का जन्म 9 जुलाई, 1938 को मुंबई में हुआ था। उनका असली नाम हरिभाई जरीवाला था। उन्हें बचपन से फिल्मों का काफी शौक था। वह फिल्मों...
Freedom Fighters of India : कॉमरेड सुरेश भट्ट में बचपन से ही देशभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी। वह अन्याय बर्दाश्त नहीं कर पाते थे और इसके खिलाफ उठ...
उन्होंने शायरी को महज़ मुहब्बत के जज़्बे तक ही महदूद न रखकर उसमें ज़िन्दगी की जद्दोजहद को शामिल किया। ज़िन्दगी को एक आम आदमी की नज़र से देखा, वहीं ज़िन्दगी...
मां-बाप बड़े लाड़-प्यार से बच्चों की परवरिश करते हैं। उन्हें अच्छे से अच्छा खिलाने-पिलाने की कोशिश करते हैं। खुद पुराने कपड़े बरसों तक पहन लेते हैं, लेकिन...
प्राचीन भारत की गौरवमयी संस्कृति का पता इसके साहित्य से ही चलता है। प्राचीन काल में भी यहां के लोग सुसंस्कृत और शिक्षित थे, तभी उस समय वेद-पुराणों जैसे...
14 September 2022, Hindi day भारत देश में 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था। बावजूद इसके आज तक हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिल पाया है।...
दुनिया के कई देशों में मातृ भूमि को गृह भूमि भी कहा जाता है। इंसान ही नहीं, पशु-पक्षियों और पशुओं को भी अपनी जगह से प्यार होता है, फिर इंसान की तो बात...
मावा चखने पर थोड़ा कड़वा और रवेदार महसूस हो, तो समझ लें कि इसमें वनस्पति घी की मिलावट है। मावे को उंगलियों पर मसल कर भी देख सकते हैं अगर वह दानेदार है,...
विक्टोरियन काल में ज़्यादातर लोग काला या स्लेटी रंग इस्तेमाल करते थे। एक तरह से ये रंग इनकी पहचान थे। फ़िरऔन हमेशा काले कपड़े पहनता था। वैसे भी हर रंग...
होली के दिन 26 मार्च 1907 को उत्तर प्रदेश क्र फर्रूखाबाद में जन्मी महादेवी वर्मा को आधुनिक काल की मीराबाई कहा जाता है।
उर्दू पत्रकारिता की अहमियत से किसी भी सूरत में इंकार नहीं किया जा सकता। पत्रकारिता का इतिहास बहुत पुराना है या यूं कहें कि जब से इंसानी नस्लों ने एक-दूसरे...