ग्रेटर नोएडा। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की फेम-2 योजना के तहत अगले 1 साल में देश के विभिन्न शहरों में 7,000 इलेक्ट्रिक बसों के चलने की उम्मीद है। भारी उद्योग मंत्रालय में संयुक्त सचिव हनीफ कुरैशी ने गुरुवार को कहा कि इस योजना के तहत 7,000 इलेक्ट्रिक बसों में से 3,000 से अधिक ई-बसें पहले से ही परिचालन में हैं।
देश में इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के उपयोग और विनिर्माण को बढ़ावा देने की योजना फेम इंडिया के दूसरे चरण (फेम इंडिया फेज 2) को 2019 में मंजूरी दी गई थी। फेम-2 के तहत 10 लाख ई-दोपहिया, 5 लाख ई-तिपहिया, 55,000 चार-पहिया और 7,000 ई-बसों को समर्थन देने की योजना है।
कुरैशी ने कहा कि सरकार उद्योग के विकास को बढ़ावा देने और देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को तेजी से अपनाने के लिए कदम उठा रही है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक परिवहन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सरकार ने ईवी को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं शुरू की हैं। फेम एक मांग (संचालित) प्रोत्साहन योजना है। इसके तहत अब तक 7,000 बसों को प्रोत्साहन दिया जा चुका है।
कुरैशी ने ग्रेटर नोएडा में चल रहे वाहन प्रदर्शनी-2023 में कहा कि मुझे उम्मीद है कि 1 साल के अंदर ये बसें परिचालन में आ जाएंगी। हमारे पास बसों के लिए और योजना भी है और सरकार ने देश के ईवी परिदृश्य को मजबूत करने के लिए उन्नत सेल रसायन बैटरी के निर्माण के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना शुरू की है।(भाषा)(सांकेतिक चित्र)