भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में कन्नौज की इत्र का भी उपयोग किया जाएगा। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान कन्नौज की इत्र से पूरी मंदिर होगी सुगंधित भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा में हर राम भक्त दान स्वरूप भेंट कर रहा है, क्योंकि 500 वर्षों के बाद भगवान श्री राम अपने घर में आ रहे हैं।
इसको लेकर हर राम भक्त में खुशी है और उत्साह है। हर राम भक्त अपने आराध्य प्रभु श्रीराम को दान स्वरूप अपने क्षेत्र की सबसे प्रसिद्ध चीज लेकर के अयोध्या पहुंच रहा है। श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट को ये सब भेंट भी किया जा रहा है। कन्नौज से लाई गई इत्र की खास बात यह है कि यह प्राकृतिक फूलों से बनाया हुआ है।
इसमें केवड़ा, गुलाब, बेला, चंदन का तेल अगर का तेल मिलाया गया है। स्वतंत्र गोपाल तिवारी ( इत्र रामभक्त) ने बताया कि हम यह जितनी खुशबू हम लाए हैं। भगवान राम के पूजा के लिए 22 तारीख को जो अनुष्ठान होगा प्राण प्रतिष्ठा होगी उस पूजन में काम आएगा।
यह प्राकृतिक फूलों का बना हुआ है। केवड़ा, गुलाब, बेला, सम्मा, चंदन का तेल और रुखश है। अगर का तेल, कमल इत्र की खुशबू भी है। यह चंपत रायजी को सौंपा गया है। जो पूजा 22 तारीख को होगी उसके अनुष्ठान के लिए उसके लिए पुजारी जी को सौंप दिया गया है।