थॉमस कुछ महीनों में सामान्य तरीके से पेशाब कर सकेंगे और यौन संबंध भी बना पाएंगे। मैसेच्यूसेट्स जनरल अस्पताल में इस महीने की शुरुआत में 15 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में मूत्रविज्ञान, प्लास्टिक सर्जरी और मनोरोग विभाग समेत कई विभागों के 50 डॉक्टरों ने हिस्सा लिया है।
अस्पताल की ओर से कहा गया है कि गुप्तांग की चोट हमेशा जानलेवा नहीं होती, लेकिन इससे जुड़े मनोवैज्ञानिक पहलू अहम भूमिक निभाते हैं। थॉमस मैनिंग ने न्यूयॉर्क टाईम्स अख़बार को बताया कि गुप्तांगों में हुए नुकसान के साथ जुड़ी सामाजिक कुंठा को दूर करने की जरूरत है। 2015 में एक पुरुष का लिंग ट्रांसप्लांट किया गया था, वह ऑपरेशन के बाद एक बच्चे का पिता बन पाया है।