बीजेपी मंत्री ने मुस्लिम विधायक को जबरन बोलने को कहा 'जय श्रीराम'?

-रवि प्रकाश, रांची से
झारखंड की भाजपा सरकार के मंत्री सीपी सिंह और कांग्रेस विधायक डॉक्टर इरफ़ान अंसारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें मंत्री सीपी सिंह उनका हाथ ऊपर उठाकर उनसे 'जय श्रीराम' का नारा लगाने के लिए बोल रहे हैं।
 
मंत्री यह भी कह रहे हैं कि "तेरे (इरफ़ान अंसारी) पूर्वज बाबर या तैमूर लंग के वंशज नहीं। आपके पूर्वज गौरी-गजनी नहीं थे। आपके पूर्वज भी 'जय श्रीराम' थे।" इस दौरान सीपी सिंह ख़ुद 'जय श्रीराम' का नारा लगाने लगते हैं।
 
विधायक इरफ़ान अंसारी उस क्लिप में यह कहते दिख रहे हैं कि 'राम का नाम लेकर हमें डराइए नहीं। आप हमें डरा नहीं सकते। राम सिर्फ़ बीजेपी के नहीं हैं। वह सबके हैं। जाकर अयोध्या में देखिए कि राम किस हाल में हैं। इस दौरान दोनों में हल्की बहस भी होती है।'
 
यह सारा कुछ विधानसभा परिसर में उस इंटरव्यू के दौरान हुआ, जो पत्रकार सन्नी शारद ले रहे थे। उसके बाद इस इंटरव्यू की क्लिप वायरल होने लगी और यह मामला चर्चा में आ गया।
 
हालांकि, मंत्री सीपी सिंह ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने विधायक इरफ़ान अंसारी से जबरन 'जय श्रीराम' के नारे लगवाए या उन पर इसके लिए दबाव डाला। उन्होंने बीबीसी से कहा कि यह सब एक पोर्टल को दिए जा रहे इंटरव्यू के दौरान 'मज़ाक' में हुआ।
 
मंत्री सीपी सिंह ने कहा, "दरअसल, विधायक इरफ़ान अंसारी वहां बोल रहे थे कि राम सबके हैं, तो उसी बात पर मैंने उनसे कहा कि आप भी 'जय श्रीराम' बोलिए। मैंने उन पर कोई दबाव नहीं डाला।"
 
क्या आप अल्लाह-ओ-अकबर बोलेंगे : मंत्री सिंह से बीबीसी ने पूछा कि अगर आपसे 'अल्लाह ओ अकबर' बोलने को कहा जाता, तो आप क्या करते। तब उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया। सीपी सिंह ने कहा, "देखिए, मेरा मानना है कि इंसान को अपने धर्म का नारा लगाना चाहिए। कोई दूसरे के देवी-देवता का नारा क्यों लगाएगा? लेकिन, हमें सभी धर्मों का आदर भी करना चाहिए।"
 
सीपी सिंह का मानसिक संतुलन ख़राब : वहीं कांग्रेस पार्टी के विधायक डॉक्टर इरफ़ान अंसारी का मानना है कि मंत्री सीपी सिंह के कारण विधानसभा नहीं चल पा रही है। उन्होंने कहा कि हम लोग (विधायक) सिर्फ़ सीपी सिंह के कारण जनता के सवाल नहीं पूछ पा रहे हैं। वह बेकार बातें बोलते हैं। इस कारण हंगामा होता है और सदन चल नहीं पाता।"
 
डॉक्टर इरफ़ान अंसारी ने बीबीसी से कहा, "सी.पी. सिंह का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है। इस सरकार ने कोई काम नहीं किया है। अब विधानसभा चुनाव का वक्त आ गया है तो ये लोग जय श्रीराम बोलकर मुद्दों से भटकाना चाहते हैं। उन्होंने (मंत्री) राज्य को अपनी जागीर समझ लिया है। जनता आने वाले चुनाव में अब उन्हें जवाब देगी क्योंकि सच्चाई सबको पता चल चुकी है।"
 
विधायक डॉक्टर इरफ़ान ने बताया कि मंत्री ने उनका हाथ उठाकर जय श्रीराम बोलने को कहा लेकिन मैंने वह नारा नहीं लगाया। हालांकि, उन्होंने मुझ पर कोई दबाव नहीं डाला या ज़बरदस्ती नहीं की।
 
आख़िर क्या हुआ था : उस वायरल इंटरव्यू को लेने वाले पत्रकार सन्नी शारद ने बताया कि यह सब कुछ अचानक से हुआ और फिर दोनों लोग वहां से चले गए।
 
सन्नी शारद ने बीबीसी से कहा, "भाजपा विधायकों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक विधायक की कथित टिप्प्णी पर विधानसभा में जय श्रीराम के नारे लगाए थे। कार्यवाही खत्म होने के बाद मैं विधायक इरफ़ान अंसारी से उसी मुद्दे पर प्रतिक्रिया ले रहा था। मंत्री सीपी सिंह भी बगल में दूसर चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे।"
 
"वह इंटरव्यू ख़त्म होने पर मैंने उनसे पूछा कि वह (इरफ़ान) बोल रहे हैं कि भगवान राम तो सबके हैं। इस पर आप क्या बोलेंगे। तभी सीपी सिंह ने इरफ़ान अंसारी का हाथ पकड़ लिया और फिर मज़ाक-मज़ाक में वह सब कुछ हुआ, जो वायरल वीडियों में दिख रहा है।"
 
कौन हैं सीपी सिंह : चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह उर्फ़ सीपी सिंह विधानसभा में रांची सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह पांच बार के विधायक हैं और साल 1996 के बाद से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं।
 
साल 2010 मे वह झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी चुने गए थे। इस समय वह नगर विकास मंत्री हैं। 63 साल के सीपी सिंह पहले जनता पार्टी में थे लेकिन पार्टी में टूट के बाद वह भाजपा में आ गए।
 
तब से वह इसी पार्टी में हैं। हाल के दिनो में उनके कई बयान विवादों में रहे हैं। उनकी ही पार्टी के एक सांसद ने हाल ही में उन पर लापरवाही के सार्वजनिक आरोप लगाए थे। एक पत्रकार से बहस का भी उनका एक वीडियो वायरल हो चुका है। उस क्लिप में उन्होंने उस पत्रकार की कमाई को लेकर कमेंट किया था।
 

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