#INDvsWI: वेस्ट इंडीज़ हारा तो तकरीबन बाहर, भारत जीता तो सेमीफ़ाइनल के और क़रीब

Webdunia
गुरुवार, 27 जून 2019 (13:40 IST)
मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान
 
गुरुवार को भारत और वेस्ट इंडीज़ की टीमें जब इस मैदान पर उतरेंगी तो दोनों टीमों के अधिकतर खिलाड़ियों के ज़ेहन में 36 साल पुराना इतिहास का वो लम्हा क़ैद होगा जो उन्होंने टेलीविज़न पर लाइव या रिकॉर्डिंग के ज़रिये देखा होगा। इस मैदान पर 36 साल पहले 9 जून 1983 को दोनों टीमें टकराई थी। ये इन दोनों टीमों की पहली और इकलौती मुलाक़ात थी।
 
इस दौरान विश्व क्रिकेट में बहुत कुछ बदला और अगर दोनों टीमों की बात की जाए तो हालात एकदम पलट गए। तब कैरिबियाई टीम विश्व क्रिकेट पर राज़ किया करती थी और चाहे टेस्ट हो या वनडे मैच हर फॉर्मेट में उसका बोलबाला था।
 
उसके पास अपनी तेज़ रफ्तार गेंदों से दुनियाभर के बल्लेबाज़ों में सिरहन पैदा करने वाले गेंदबाज़ थे, तो बल्ले का खौफ़ भी भरपूर था। लेकिन 9 जून का वो दिन क्रिकेट में बहुत कुछ बदलने जा रहा था। भारत ने 60 ओवरों के इस मुक़ाबले में पहले 262 रन बनाए और फिर अजेय समझी जानी वाली वेस्ट इंडीज़ को 228 रनों पर समेट कर जीत हासिल की थी। यही नहीं इसके कुछ ही दिन बाद 25 जून को कपिल देव के जांबाजों ने वेस्ट इंडीज़ को एक बार फिर धराशायी कर पहली बार वर्ल्ड कप की ट्रॉफ़ी हासिल की।
 
ख़ैर ये तो रही इतिहास की बात। लेकिन जब गुरुवार को भारतीय टीम वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ मैदान पर उतरेगी तो खिलाड़ियों के दिमाग़ में वो टक्कर ताज़ा होगी जो कुछ दिन पहले अफ़ग़ानों ने दी थी, एकबारगी लगने लगा था कि विराट एंड कोहली कहीं ये मैच गंवा न दे।
 
प्रैक्टिस सेशन में बहाया पसीना
शायद यही वजह थी कि महेंद्र सिंह धोनी ने अभ्यास सत्र के दौरान जमकर पसीना बहाना। रवींद्र जडेजा ने उन्हें स्पिन का अभ्यास कराया। अफ़ग़ान स्पिनरों के ख़िलाफ़ शॉट के लिए जूझते दिख रहे धोनी ने स्वीप शॉट की भी प्रेक्टिस की (धोनी कभी-कभार ही ये शॉट खेलते हैं) और इस दौरान मुख्य कोच रवि शास्त्री लगातार उन पर नज़रें रखे रहे।
 
अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मैच में धोनी एक-एक रन चुराने के लिए जूझते दिखे थे। 28 रनों की पारी के लिए उन्हें 52 गेंदें खेलनी पड़ी, जबकि इसी विकेट पर कप्तान विराट कोहली को 63 गेंदों पर 67 रनों की पारी खेलने के लिए ख़ास मशक्कत नहीं करनी पड़ी।
 
हालांकि भारत के गेंदबाज़ी कोच भारत अरुण ने धोनी का बचाव करते हुए कहा कि धोनी की तुलना कोहली के स्ट्राइक रेट से करना ठीक नहीं है। अरुण ने कहा, "मैं समझता हूँ कि विराट सभी फॉर्मेट में दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज़ हैं। इसलिए मैं मानता हूँ कि उनके खेल की तुलना किसी और से करना ठीक नहीं है।"
 
ख़राब मौसम के कारण भारतीय क्रिकेटरों को इंडोर प्रैक्टिस करनी पड़ी। केदार जाधव ने बोलिंग मशीन के आगे लंबे शॉट्स का अभ्यास किया तो केएल राहुल और विजय शंकर ने भी काफी देर तक बल्लेबाज़ी की। भारतीय टीम प्रबंधन बल्लेबाज़ी क्रम में केदार जाधव को धोनी के ऊपर भेज सकता है।
 
इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन की बात करें तो भारत का पलड़ा वेस्ट इंडीज़ से कहीं भारी है। भारत अब तक अपराजेय रहा है, जबकि वेस्ट इंडीज़ की टीम छह मुक़ाबलों में से सिर्फ़ एक ही मैच जीत सकी है और अंक तालिका में टूर्नामेंट में सेमीफ़ाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज़ से एक पायदान ही ऊपर हैं।
 
वेस्ट इंडीज़ को आंद्रे रसेल के बिना मैदान में उतरना होगा। रसेल टखने की चोट के कारण नहीं खेल पा रहे हैं। ऐसे में आतिशी बल्लेबाज़ क्रिस गेल पर ज़िम्मेदारी है कि वो विकेट पर टिककर भारतीय गेंदबाज़ों का इम्तेहान लें। गेल वनडे में एक इतिहास रचने के करीब हैं, 59 रन और बनाने के साथ ही वो वनडे में ब्रायन लारा के रनों के रिकॉर्ड को पार कर लेंगे।
 
टीम में बदलाव
सवाल ये भी है कि अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ उतरी टीम इंडिया में क्या कोई बदलाव होगा?
 
कहा जा रहा है कि भुवनेश्वर कुमार अब फिट हैं, लेकिन अफ़ग़ानों के ख़िलाफ़ शानदार प्रदर्शन करने वाले मोहम्मद शमी को क्या बाहर बिठाया जाएगा। कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल अब तक विराट की पसंद रहे हैं, लेकिन बल्लेबाज़ी में गहराई लाने के लिए कुलदीप या युजवेंद्र की जगह रवींद्र जडेजा को अंतिम 11 में शामिल किया जा सकता है।
 
इस मैच में भी भारत के तुरुप के पत्ते जसप्रीम बुमराह ही होंगे। बुमराह अब तक बल्लेबाज़ों के लिए सिरदर्द साबित हुए हैं। बुमराह इस टूर्नामेंट में चार मैचों में 15 यॉर्कर फेंक चुके हैं, ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क से 16 यॉर्कर के साथ उनसे आगे हैं, हालाँकि स्टार्क ने बुमराह से तीन मैच अधिक खेले हैं।
 
टीमें इस प्रकार हैं
भारत: रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली (कप्तान), विजय शंकर, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पांड्या, केदार जाधव, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह में से।
 
वेस्ट इंडीज़: क्रिस गेल, इविन लुईस, सुनील अंबरीस, शाई होप, निकोलस पूरन, शिमरॉन हेटमायर, कार्लोस ब्रेथवेट, जेसन होल्डर (कप्तान), एशले नर्स, केमर रोच, शेल्डन कॉट्रेल, ओशेन थॉमस में से।

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