इसराइली सेना की महिला सैनिक

BBC
याइल किड्रौन इसराइली सेना में अपने पुरुष साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की रक्षा में तैनात हैं। नेगेव रेगिस्तान के इलाके में कराकल बटालियन उनका बेस है, जहाँ पुरुषों के साथ महिलाएँ भी तैनात हैं।

लड़ाकू दस्ते में शामिल होने की वजह बताते हुए याइल कहती हैं कि वो सिर्फ कागजी काम के बजाए पुरुषों की तरह शारीरिक तौर पर चुनौती पूर्ण काम करना चाहती थी।

पुरुषों की तरह : कराकल में महिला सैनिकों की भी वही जिम्मेदारियाँ होती हैं जो पुरुषों की हैं। याइल लड़ाकू सैनिक के सामने आने वाली सभी चुनौतियों से जूझना जानती हैं। उनका कहना है, 'बंदूक चलाना एक बेहद बेहतरीन अनुभव हैं जो मुझे बेहद पसंद है।'

याइल कहती हैं कि वे टैंटों में रहती हैं और अपने आरामदायक बिस्तर से निकल कर इस तरह की जिदगी जीना आसान नहीं हैं, लेकिन उन्हें ये भी पसंद है।

हर रोज सुबह उठते ही ये नहीं सोचना पड़ता कि आज कौन से कपड़े पहने जाएँ, क्योंकि वर्दी तो वही है, जैतून के रंग की पैंट और शर्ट।

वो कहती हैं, 'हम इस बटालियन में अपने हथियारों के नाम भी रखती हैं। मैंने अपनी बंदूक का नाम रखा है ब्लैक जैक, क्योंकि वो काले रंग की है। मुझे यही नाम पसंद है।' ये इसराइल में बनी एक मशीन गन है जिससे जबर्दस्त गोलीबारी होती है।

हथियार हर समय साथ : वो बताती हैं, 'ये हथियार आपका अपना होता है, हर समय साथ रहता है, यहाँ तक कि सोते समय भी इसे सर के पास रख कर सोना होता है।'

ये महिलाओं का हथियार है ही नहीं, ये तो पुरुषों का हथियार है, लेकिन यही तो इस लड़ाकू दस्ते में शामिल होने का मजा है। आप ये भूल जाते हैं कि आप महिला हैं।

याइल मानती हैं कि इसराइली लड़ाकू दस्ते में महिलाओं का होना एक अच्छी बात है। और उन्हें पुरुषों के बराबर शारीरिक और चुनौती पूर्ण काम करने का मौका दिया जाता हैं।

फिलहाल इस दस्ते में महिलाएँ बंदूक भी चलाती है। डॉक्टर भी है, और अफसर भी। पायलट यूनिट में भी महिलाएँ हैं।

याइल का कहना है कि बाकी देशों को भी चाहिए कि वे अपनी सेना में महिलाओं की भरती करें क्योंकि महिलाएँ देश की रक्षा के लिए बहुत कुछ कर सकती है।

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