दरअसल खेसारी लाल इस शो और हाउसमेट्स से तालमेल नहीं बैठा पाए। वे शो में जब आए थे तब भाईचारा, संस्कार, प्रेम और विश्वास की बातें किया करते थे। उनकी इन बातों का जम कर मजाक बनाया गया। सिद्धार्थ शुक्ला ने साफ कह दिया कि ज्ञान मत बांटो। इससे खेसारी बैकफुट पर आ गए।
वे इंफीरियर कॉम्प्लेक्स से भी ग्रस्त नजर आए। भोजपुरी फिल्मों के वे बड़े सितारे हैं। बिग बॉस 13 में जितने भी लोग हैं उनमें सबसे बड़े सितारे खेसारी ही थे, लेकिन खेसारी इन लोगों को अपने से बड़ा मानने की गलती कर बैठे।
मुंबई के टीवी सितारों की जीवनशैली, सोच और अंग्रेजी से खेसारी भयभीत हो गए और अपने को कमतर मान बैठे। उन्होंने इनका मुकाबला करने के बजाय हथियार डाल दिए। साथ ही वे इस लड़ाई-झगड़े को देख कर भी हैरान रह गए कि ये पढ़े-लिखे लोग भी इस स्तर पर आकर तू-तू-मैं-मैं करते हैं।
बिग बॉस के मेकर्स ने जब देखा कि खेसारी शो में योगदान देने के मामले में फिसड्डी हैं तो उन्होंने ही ऐसा जाल बुना कि खेसारी फंस जाए। खेसारी को को प्रतिदिन महंगी फीस दी जा रही थी और उसके बदले में वे कुछ भी नहीं दे रहे थे। बताया जा रहा था उन्हें वोट तो अच्छे मिल रहे थे इसलिए बिग बॉस ने उन्हें इस तरह बाहर कर महंगे सितारे से छुटकारा पाया।