मोहेंजो दारो का ट्रेलर नापसंद... मच गई खलबली

12 अगस्त को रितिक रोशन की फिल्म 'मोहेंजो दारो' रिलीज होने वाली है, जिसका मुकाबला अक्षय कुमार की 'रुस्तम' से होगा। मुकाबले के पहले ही रितिक की फिल्म की स्थिति कमजोर हो गई है क्योंकि जहां एक ओर 'रुस्तम' का ट्रेलर खूब पसंद किया गया वहीं 'मोहेंजो दारो' के ट्रेलर की बहुत आलोचना हो रही है। 
 
खबर है कि ट्रेलर नापसंद होने पर फिल्म से जुड़े लोगों में खलबली मच गई है क्योंकि यह महंगे बजट की फिल्म है। रितिक ने इस फिल्म के लिए अपने दो वर्ष खर्च किए हैं। इस दौरान उन्होंने कोई फिल्म नहीं की। बहुत मेहनत इस फिल्म के लिए की गई है और ऐसे में ट्रेलर का पसंद न आना चिंता का विषय है। हालांकि फिल्म के निर्देशन आशुतोष गोवारीकर का कहना है कि वे आलोचना से परेशान नहीं है और व्यक्ति को आलोचना का स्वागत करना चाहिए। 
 
प्रशंसकों ने सिंधु घाटी सभ्यता का चित्रण करने के लिए इस्तेमाल की गई वीएफएक्स तकनीक को लेकर ट्रेलर पर सवाल उठाए हैं। 52 वर्षीय निर्देशक चाहते हैं कि लोग धैर्य रखें और रितिक रोशन और पूजा हेगड़े की मुख्य भूमिका वाली फिल्म देखने के बाद ही राय जाहिर करें।
 
ट्रेलर पर आलोचना से निपटने के बारे में पूछे जाने पर गोवारिकर ने बताया, ‘‘हम इसका स्वागत करते हैं। जब अमिताभ बच्चन अपने करियर के अच्छे दौर में थे तब उनकी ‘आलाप’ नाम की एक फिल्म आई थी और पोस्टर में उनका चेहरा काव्यात्मक लग रहा था। मैं इसे नहीं चुनूंगा क्योंकि मैंने ‘डॉन’, ‘त्रिशूल’ में उन्हें देखकर आनंद लिया है।'' 
उन्होंने बताया, ‘‘एक ट्रेलर में हमारी अपनी छवि या प्रतिक्रिया होती है। एक ट्रेलर में, आप एक कहानी चित्रित करने का प्रयास करते हैं। कुछ तत्व आपको चकित करते हैं लेकिन आप धैर्य रखें और फिल्म देखने के बाद अपनी राय बनाएं। मुझे लगता है कि ‘आलाप’ एक बेहतरीन फिल्म है और अमितजी महान हैं।’’ 
 
अब आशुतोष दलील वर्षों पुरानी दे रहे हैं। तब से लेकर अब समय काफी बदल चुका है। फिल्म का ट्रेलर इन दिनों अति महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके आधार पर ही दर्शक फिल्म देखने या न देखने का मन बना लेते हैं। 
 
 
सिद्धार्थ राय कपूर और सुनीता गोवारिकर ने 'मोहेंजो दारो' का निर्माण किया है। इस फिल्म की कहानी ईसा से 2016 साल पहले की है और प्राचीन शहर मोहंजो दारो पर आधारित है। 

वेबदुनिया पर पढ़ें