अभिषेक बच्चन ने कहा, कोलकाता जैसे शहर में ठंड के टाइम रहना मतलब अच्छा संदेश और मजेदार डिशेज खाने को मिलना फन था। ऐसे में वेट बढ़ाना आसान था, लेकिन मेंटली मैं तब परेशान हो गया जब शूटिंग 80 परसेंट कम्प्लीट हो चुकी थी और लॉकडाउन के चलते हमें वो वहीं रोकना पड़ा। बस 10-15 दिन का काम बचा था। लेकिन लॉकडाउन के चलते मुझे पूरे टाइम इसी बढ़े हुए वजन के साथ रहना पड़ा, जो मुश्किल था।
अभिषेक ने निर्देशक दीया घोष और उनके पिता सुजॉय घोष के कहने पर प्रोस्थेटिक्स का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन बाद में उन्होंने वजन बढ़ाना सही समझा। अभिषेक ने कहा, आप अगर प्रोस्थेटिक पेट लगाते हो तो वो बहुत खोखला रहता है और आप नकली लगते हैं। मेरा मानना है कि आजकल की ऑडियंस किसी भी एक्टर को ऑथेंटिक और रियल लुक में देखना चाहती है।
उन्होंने कहा, शूट के दौरान मेरा वजन 100 से 105 किलो के बीच हो गया था। आप अगर बॉब का चेहरा देखेंगे तो उसका चेहरा राउंड होने पर बदल जाता है और गाल भर जाते हैं। लेकिन जब आप गालों पर प्रोस्थेटिक करते हो तो वो प्रोस्थेटिक की तरह ही लगता है।
दीया अन्नपूर्णा घोष द्वारा निर्देशित 'बॉब बिस्वास' गौरी खान, सुजॉय घोष और गौरव वर्मा द्वारा निर्मित है। यह फिल्म रेड चिलीज एंटरटेनमेंट द्वारा प्रस्तुत बाउंडस्क्रिप्ट प्रोडक्शन की फ़िल्म है और 3 दिसंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म ज़ी5 पर प्रीमियर के लिए तैयार है।
अभिषेक बच्चन अभिनीत ज़ी5 ओरिजिनल फिल्म, 'बॉब बिस्वास' एक क्राइम-ड्रामा है, जो एक प्रेम कहानी की बैकड्रॉप पर आधारित है, जिसमें कॉन्ट्रैक्ट किलर, बॉब बिस्वास के नेतृत्व वाले दोहरे जीवन को दिखाया गया है। कोलकाता में शूट की गई इस फिल्म में चित्रांगदा सिंह और अभिषेक बच्चन मुख्य भूमिकाओं में हैं।