अब इस मामले को लेकर मलयालम एक्टर पृथ्वीराज सुकुमारन ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने घटना से जुड़े कुछ तथ्य लोगों से साझा किए हैं। एक्टर ने यह तथ्य मनोरमा ऑनलाइन के जरिए शेयर किए, जिसमें लिखा था कि हाथी को जान बूझकर पटाखों से भरा अनानास नहीं खिलाया गया था।
एक्टर की पोस्ट में बताया गया, जानवर को किसी उद्देश्य से घातक भोजन नहीं खिलाया गया था। गांव में जंगली जानवरों से फसलों की रक्षा करने के लिए इसे रखा गया था जो कि हाथी ने खा लिया। यह गैरकानूनी है, लेकिन यह तरीका वहां कई जगह इस्तेमाल किया जाता है, जिससे लोग फसलों को जंगली जानवरों से बचा सकें। यह घटना पलक्कड़ जिले में हुई थी मलप्पुरम में नहीं।
पृथ्वीराज सुकुमारन ने बताया कि जैसे ही फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को इसके बारे में मालूम चला, वैसे ही वह हाथी को बचाने के लिए आ गए थे। लेकिन कोशिश बेकार रही। इसके साथ ही बताया गया कि यह घटना 27 मई को हुई थी।
पृथ्वीराज सुकुमारन के इस ट्वीट को लेकर लोग खूब कमेंट कर रहे हैं, साथ ही यह पोस्ट सबका ध्यान भी खींच रहा है। इसके साथ ही पोस्ट में बताया गया कि मामले को लेकर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।