महानायक ने की महागलती

Webdunia
रविवार, 18 मार्च 2018 (18:45 IST)
बॉलीवुड के महानायक सोशल मीडिया सक्रिय रहते हैं। वे अपने प्रशंसकों से जिंदगी से जुड़ी बातें साझा करते रहते हैं। वे अपने प्रशंसकों को त्योहारों और विशेष अवसरों पर बधाई भी देते रहते हैं। लेकिन अपने फेसबुक पेज पर अमिताभ ने एक बड़ी गलती कर दी। बॉलीवुड के महानायक ने गुड़ी पड़वा और नववर्ष के साथ बसंत पंचमी की शुभकामनाएं भी दे दीं जबकि बसंत पंचमी पर्व 22 जनवरी को मनाया जा चुका है।
इस शुभकामना संदेश के साथ उन्होंने 3 फोटो भी लगाए जिसमें पहला बसंत पंचमी की शुभकामना और दूसरा गुड़ी पड़वा का और तीसरे फोटो में वे हाथ जोड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। यह पहली बार नहीं है, जब महानायक से सोशल मीडिया पर यह भूल हुई है। इससे पहले भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम से एक ट्वीट पर वे माफी मांग चुके हैं।
 
महिला क्रिकेट टीम ने जब साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को हराकर मात दी थी तब अमिताभ बच्चन ट्वीट के बधाई संदेश में 'साउथ अफ्रीका' की बजाय 'ऑस्ट्रेलिया' लिख गए। जब बिग बी को अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने फौरन एक और ट्वीट किया और इसमें लिखा- 'माफी चाहता हूं। कृपया 'ऑस्ट्रेलिया' की जगह 'साउथ अफ्रीका' पढ़ें।'
 
 
सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहने वाले अमिताभ बच्चन से लोग अपेक्षा करते हैं कि वे गलती न करें लेकिन देखा जाए तो वे भी इंसान ही हैं और इंसान से गलती होना स्वाभाविक है। यदि फेसबुक का अकाउंट स्वयं अमिताभ हैंडल करते हैं। यदि उनका ये अकाउंट कोई दूसरा हैंडल कर रहा होगा तो निश्चित रूप में इस गलती से बिग बी को भी आहत किया होगा।
 
अधिकांश सैलिब्रीटी सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और कई हस्तियों के पास वक्त की कमी रहती है और उनका ये काम दूसरे लोग करते हैं। यहां पर तीन दशक पहले की बात याद आ रही है, जब सोशल मीडिया नहीं था और क्रिकेट हस्तियां पीएमजी यानी प्रोफेशनल मैंनेमेंट ग्रुप से अनुबंधित हुआ करती थी। 
 
पीएमजी के लिए कई क्रिकेट हस्तियां अपना कॉलम लिखती थी, जिन्हें अखबार के पन्ने पर छपने के बाद पाठक चाव से पढ़ा करते थे। इन हस्तियों में सुनील गावस्कर का कॉलम सबसे ज्यादा पढ़ा जाता था। मैच के बाद गावस्कर खुद अपना कॉलम लिखते थे जबकि वसीम अकरम जैसे लोगों ने इस काम के लिए एक मुलाजिम रखा हुआ था।
 
गावस्कर का कहना था कि मैच पर मेरी टिप्पणी मैं इसलिए लिखता हूं ताकि पाठकों तक सही आकलन पहुंचा सकूं। पीएमजी के साथ मेरा नाम भी जुड़ा है लिहाजा, मैं खुद अपनी कलम से मैच का आकलन करता था। तीस साल पहले पीएमजी में सुनील गावस्कर का एक कॉलम अखबार को 5 हजार रुपए का पड़ता था...
 

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