अमिताभ ने अपने ब्लॉ़ग में लिखा, बप्पी लहरी के निधन से बहुत ज्यादा हैरान हूं और इतनी जल्दी-जल्दी लोगों के गुजरने की दुखद घटनाओं से सहमा हूं। उनके बनाए गाने हमेशा अमर रहेंगे। उन्हें संगीत के बारे में सबकुछ पता था और वो ये बखूबी जानते थे कि लोगों को पसंद क्या है?
उन्होंने लिखा, मेरी फिल्मों के गीतों को रोचक बनाने वाले बप्पी दा के सारे गानों को आज की जनरेशन भी बड़े प्यार और चाव से सुनती है और आगे भी सुनती रहेगी। बप्पी दा असाधारण थे, वो हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
अमिताभ ने एक किस्सा भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा, एक बार वो और बप्पी दोनों लंदन से मुंबई लौट रहे थे लेकिन जब वो हीथ्रो एयरपोर्ट पर थे तो उन्होंने मुझसे कहा कि आपकी यह फिल्म बहुत सफल होगी और मैंने जो गाने दिए हैं इन्हें सालों तक याद किया जाएगा। वह सही थे... उनके घर पर, रिहर्सल्स में बहुत कुछ सीखने को मिला, धीरे-धीरे सभी छोड़कर चले जाते हैं।
बप्पी लहरी ने अपने 48 साल के करियर में 5,000 से ज्यादा गाने कंपोज किए और गाए थे। उन्होंने हिन्दी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, मराठी, पंजाबी, उड़िया, भोजपुरी, आसामी भाषाओं के साथ-साथ बांग्लादेश की फिल्मों और अंग्रेजी गानों को भी कंपोज किया था।