मान्या ने सोशल मीडिया पोस्ट पर अपने बारे में खुलासा करते हुए लिखा था, मैंने भोजन और नींद के बिना कई रातें बिताई हैं। मेरे पास कई मीलों तक चलने के लिए पैसे नहीं होते थे। मेरे खून, पसीने और आंसुओं ने मेरे सपनों को आगे बढ़ाने के लिए साहस जुटाया है। ऑटो रिक्शा चालक की बेटी होने के नाते, मुझे कभी स्कूल जाने का अवसर नहीं मिला क्योंकि मुझे अपनी बचपन में ही काम करना शुरू करना था।
मेरी मां के पास मेरी परीक्षा की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे जिसकी वजह से उन्होंने अपने गहने तक गिरवी रख दिए थे और हमेशा पैशन को फॉलो करने के लिए कहा।मेरी मां ने मेरे लिए बहुत कुछ झेला है। मैं 14 साल की उम्र घर से भाग गई थी। दिन के वक्त मैं पढ़ाई करती थी। वहीं शाम को बर्तन धोती थी और रात के वक्त कॉल सेंटर में काम करती थी।
उन्होंने लिखा, मैं मीलों तक पैदल चलकर जाती ताकि रिक्शे का किराया बचा सकूं। आज मैं वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया 2020 के मंच पर सिर्फ और सिर्फ अपने माता-पिता और भाई की वजह से। इन लोगों ने मुझे सिखाया कि आपको अगर खुद पर विश्वास है तो आपके सपने पूरे हो सकते हैं।