मैडी से फरहान तक: आर. माधवन के इन किरदारों ने चुराया फैंस का दिल

WD Entertainment Desk

सोमवार, 2 जून 2025 (12:22 IST)
आर माधवन भारतीय सिनेमा में बहुमुखी प्रतिभा के प्रतीक हैं। रोमांटिक हीरो से लेकर नैतिक रूप से जटिल किरदारों तक, आम आदमी से लेकर प्रेरणादायक मेंटर तक — माधवन के किरदार इसलिए गूंजते हैं क्योंकि वह हर भूमिका में गहराई, संवेदनशीलता और स्वाभाविक आकर्षण लेकर आते हैं।
 
1. रहना है तेरे दिल में- मैडी
मैडी! वो लड़का है जिसने एक पूरी पीढ़ी को प्यार में यकीन दिलाया। चुलबुला, जज़्बाती और उसके चेहरे पर वह बचकानी मुस्कान, मैडी सिर्फ एक किरदार नहीं था, वो 2000 के दशक की हर कॉलेज लव स्टोरी का ख्वाब था। मान लीजिए: आपने भी अपने जीवन में कम से कम एक बार "ज़रा ज़रा" पर लिप-सिंक किया होगा।
 
2. शैतान- वनराज कश्यप
कौन जानता था कि मैडी के अंदर एक डरावना पक्ष भी छिपा है? शैतान में उन्होंने अपने ‘अच्छे लड़के’ वाले अवतार को उलटते हुए वानराज कश्यप के रूप में एक भयावह, अस्थिर और अप्रत्याशित किरदार निभाया। डरा दिया? हां। याद रह गया? बिल्कुल। ये था माधवन का वो रूप, जिसने साबित कर दिया कि वो जितने प्यारे हैं, उतने ही खतरनाक भी हो सकते हैं।
 
3. तनु वेड्स मनु- मन्नू शर्मा
मन्नू - एक प्यारा, थोड़ा झिझकता हुआ डॉक्टर जो प्यार के इंतज़ार में सालों बिता देता है। जब वकील की जरूरत हो तो फूल लेकर जाता है, और यही बात उसे इतना पसंदीदा बनाती है! माधवन की सौम्य और संयत अदाकारी ने हमें मनु से जुड़ने पर मजबूर कर दिया, भले ही कभी-कभी आप मन ही मन सोचें – “भाई, अब तो जाग जाओ!”
 
4. केसरी चैप्टर 2- नेविल मैककिनली
केसरी चैप्टर 2, इस फिल्म में माधवन ने नेविल मैककिनली का किरदार निभाया – एक एंग्लो-इंडियन वकील, जो औपनिवेशिक भारत के उथल-पुथल में फंसा हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि यही मैककिनली जलियांवाला बाग हत्याकांड की जांच में शंकरन नायर के खिलाफ खड़ा होता है। कसम से, ये कोर्टरूम ड्रामा सोच कर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। यह एक जटिल चरित्र है जिसमें कोई व्यक्ति कर्तव्य, न्याय और ब्रिटिश क्राउन के प्रति वफादारी के बीच फँसा हुआ है।
 
5. 3 इडियट्स- फरहान
फरहान हम सभी की तरह हैं जो अपने सपनों को जीना चाहते थे लेकिन डर के कारण कदम नहीं बढ़ा पाए। माधवन के शानदार, भरोसेमंद अभिनय की बदौलत, 3 इडियट्स ने हमें यह विश्वास दिलाया कि अपने जुनून का पीछा करने के लिए कभी देर नहीं होती (और शायद वह DSLR खरीद लें)। अफ़वाह है कि दिवाली की बिक्री के मुकाबले 3 इडियट्स के बाद ज़्यादा लोगों ने कैमरे खरीदे!
 
6. रॉकेट्री- नंबी नारायणन
रॉकेट्री: द नंबी इफ़ेक्ट में नंबी नारायणन का किरदार निभाते हुए, आर. माधवन ने न केवल अभिनय किया, बल्कि निर्देशन भी किया, जिसमें उन्होंने अपने ही सिस्टम द्वारा गलत ठहराये गए एक व्यक्ति की अविश्वसनीय सच्ची कहानी बताई। उनका यह प्रदर्शन भावनात्मक, गहराई से भरा और प्रेरणादायक था। आर. माधवन ने नंबी नारायणन का सिर्फ़ किरदार नहीं निभाया; बल्कि वे खुद नंबी नारायणन बन गए। जितनी भी बार ये मूवी देखे, हर बार रोंगटे खड़े हो जाते हैं!
 
7. रंग दे बसंती- अजय राठौड़
स्क्रीन टाइम कम था, लेकिन प्रभाव गहरा। रंग दे बसंती में अजय राठौड़ की मौत सिर्फ़ एक प्लॉट ट्विस्ट नहीं थी, यह एक ऐसा पल था जिसने एक पीढ़ी को जगा दिया। माधवन के किरदार ने हमें एक हीरो, एक दोस्त, एक प्रेमी के खोने का एहसास कराया... और हमें यह पूछने पर मजबूर कर दिया: “हम अपने देश के लिए क्या कर रहे हैं?”

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