संजय चौधरी मीरा रोड से नायगांव मुंबई 'हप्पू की उलटन पलटन' के सेट पर जा रहे थे। उस वक्त दोपहर के ढाई बज रहे थे। संजय ने बताया, जब मैं गाड़ी से जा रहा था तभी स्कूटी पर एक आदमी मेरी कार के पास आया और खिड़की पर मारना शुरू कर दिया। वो गालियां भी दे रहा था। उसने मुझे गाड़ी साइड में लगाने के लिए कहा।
मैंने सोचा कि गाड़ी तो मैं आराम से ही चला रहा था। मेरी तो गाड़ी कहीं टच भी नहीं हुई। फिर मैंने गाड़ी साइड में लगा दी। उसने शीशा नीचे करने के लिए कहा। मैंने जैसे ही शीशा नीचे किया, उसने खिड़की से हाथ डालकर गेट खोला और गाड़ी में बैठ गया।
संजय ने आगे बताया कि मैंने उनसे कहा कि अभी मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। तब वो कहने लगा कि मैं मोबाइल नहीं दूंगा लेकर जा रहा हूं। इसके बाद वो गाली देने लग गया है। पुलिस के पास ले जाने की धमकी देने लगा। वो दो तीन लोग थे मैं अकेला था। मैं थोड़ा डर गया था। मैंने अपना वॉलेट निकाला उसमें पांच सौ रुपए थे। उसके बाद गाड़ी में दो सौ रुपए पड़े थे, उसको वो भी दे दिए। सात सौ रुपए लेकर उसने कहा कि चल निकल निकल।