रानी अहिल्याबाई होल्कर को भारतीय इतिहास की सबसे महान योद्धा रानियों में से एक माना जाता है। उनके शासनकाल में मराठा मालवा साम्राज्य ने नई ऊंचाइयों को छुआ था। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का महाधारावाहिक 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' हमें मालवा की इस महारानी के सफर पर ले जाता है जो एक बहादुर रानी और एक कुशल शासक होने के अलावा नई विचारधाराओं, कला और संस्कृति को बढ़ावा देने में भी हमेशा आगे रहती थीं।
उन्हें देशभर में अनेक हिंदू मंदिरों और धर्मशालाओं के निर्माण का भी श्रेय जाता है। इस शो के जरिए स्वाभाविक रूप से दर्शकों को अहिल्याबाई के बारे में कुछ अनजानी बातें पता चल रही हैं, जिसे जानकर उन्हें सुखद आश्चर्य हो रहा है, साथ ही उनकी जिज्ञासा और बढ़ा रहा है।
इस बारे में बताते हुए अदिति कहती हैं, मैं भगवान शिव की भक्त हूं और मुझ पर उनका आशीर्वाद बना हुआ है। जब मुझे यह पता चला कि मेरा किरदार अहिल्याबाई भी महादेव को बहुत मानती थीं, तो आप उस वक्त मेरे उत्साह का अंदाजा लगा सकते हैं। इस शो का हिस्सा बनकर ऐसा लगता है, जैसे यह रोल मेरे लिए ही बना है।
उन्होंने कहा, यही समानताएं मुझे इस किरदार से बेहतर ढंग से जुड़ने में मदद करती हैं। हालांकि मैं खुद को शिवभक्त मानती हूं, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि इस शो में आकर मुझे भगवान शिव और उनके प्रतीक के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला। मैं उम्मीद करती हूं कि इस शो से दर्शकों को भी कुछ सार्थक सीख मिलेगी।