करण जौहर इस समय देश के बड़े फिल्म निर्माताओं में से एक हैं और उनका धर्मा प्रोडक्शन लगातार बड़े बजट की फिल्में बना रहा है। इन दिनों ऐसा लग रहा है कि धर्मा प्रोडक्शन एक फैक्ट्री में तब्दील हो गया है और धड़ल्ले से फिल्म बना रहा है। जिसका असर फिल्म की गुणवत्ता पर हो रहा है।
धर्मा प्रोडक्शन की बड़े बजट की दो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल रही हैं। वरुण धवन, माधुरी दीक्षित, आलिया भट्ट, सोनाक्षी सिन्हा, संजय दत्त जैसे सितारों से सज्जित फिल्म 'कलंक' से करोड़ों का नुकसान पहुंचा है। फिल्म में भव्यता के अलावा कुछ नहीं है।
कलंक के बाद रिलीज हुई फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' साल 2019 की बकवास फिल्मों में से एक है। चूंकि इस फिल्म की लागत विभिन्न राइट्स बेच कर वसूल हो चुकी है, लेकिन फिल्म का व्यवसाय थिएटर में अपेक्षा से कम रहा। साथ ही इस घटिया फिल्म के कारण धर्मा प्रोडक्शन्स की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचा।
इस फिल्म से ये संदेश गया कि करण जौहर भी अपनी हिट फिल्म की लोकप्रियता का लाभ लेते हुए सीक्वल बनाने लगे हैं और कुछ भी फिल्म बना कर दर्शकों के सामने पेश कर रहे हैं।
करण जौहर की एक फिल्म लंबे समय से अटकी हुई है जिसका नाम है 'ड्राइव'। कई बार फिल्म की रिलीज डेट टल चुकी है। खबर आई थी कि इस फिल्म को जून के अंत में रिलीज कर दिया जाएगा, लेकिन यह फिल्म फिर आगे बढ़ गई है। अब जो खबर सामने आई है उसके अनुसार 'ड्राइव' को थिएटर में रिलीज करने का इरादा करण ने त्याग दिया है।
सूत्रों के अनुसार फिल्म से करण बिलकुल भी खुश नहीं है। फिल्म शूट हो चुकी है और उसे सुधारने की करण ने पूरी कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन पाई है। करण इस समय इस फिल्म को रिलीज करने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं जब उनके बैनर की दो फिल्में लगातार असफल रही हों। वे इसे कुछ समय बाद डिजीटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि फिल्म वैसा शेप नहीं ले पाई जैसा कि करण ने सोचा था। तरुण मनसुखानी द्वारा निर्देशित यह फिल्म करण को पसंद नहीं आ रही है और इसीलिए लगातार इसकी रिलीज टलती आई है। संभव है कि अब यह फिल्म थिएटर में देखने को नहीं मिले। फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत और जैकलीन फर्नांडीस लीड रोल में हैं।