शेफाली जरीवाला ने कहा, किसी भी आर्टिस्ट को पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ती है। मुझे कांटा लगा से ये पहचान मिली। ये मेरा पहला प्रोजेक्ट था और ये जबरदस्त हिट था। मैं चाहती हूं कि लोग मुझे आज भी मेरे उस गाने से मुझे याद रखें। जब कांटा लगा किया था, तब हम फाइनेंशियली मुश्किल समय से गुजर रहे थे। मेरे पापा ने सारा पैसा खो दिया था. मेरी मां बैंक में काम कर रही थीं।
एक्ट्रेस ने कहा, मेरी बहन कॉलेज में पढ़ रही थी और कॉलेज की फीस बहुत ज्यादा थी। मेरी मां ने फीस के लिए अपनी चूड़ियां उधार पर रख दी। उस दिन मैंने डिसाइड किया कि मैं अपनी मां को इतनी चूड़ियां दिलाऊंगी कि वो डिसाइड न कर सकें कि कौनसी पहननी है।
शेफाली ने बताया कि उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते थे। उन्होंने कहा, मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल ईश्यू है। ये जेनेटिक भी हो सकती है। इसमें दौरे के लक्षण होते हैं। ये ज्यादा स्ट्रेस की वजह से होता है जब आपका दिमाग स्ट्रेस हैंडल नहीं कर पाता है। मुझे पहला दौरा तब पड़ा था जब मैं 15 साल की थी। बोर्ड एग्जाम की वजह से मुझे ओवरस्ट्रेस हो गया था। आज के समय में दवाईयां, अच्छे डॉक्टर्स हैं।
शेफाली ने कहा, अब मुझे 20 साल से दौरे नहीं पड़ते.। मैं अब दवाइयां नहीं लेती हूं। जब आपको दौरे पड़ते हैं तो आप अपनी जीभ काट सकते हो। मुझे दौरा तब पड़ा था जब मैं बालकनी में खड़ी थी। मैं गिर सकती थी और मर सकती थी। आपको पता नहीं होता है कि दौरा कब पड़ेगा।