फिल्म निर्माता महेश भट्ट अक्सर ही विवादों में घिरे रहते हैं। इन दिनों सुशांत सिंह राजपूत मामले में उनका नाम घसीटा जा रहा है। इसके अलावा नेशनल कमिशन फॉर वुमन ने महेश भट्ट के खिलाफ एक नोटिस जारी किया था जिसमें कहा गया था कि महेश भट्ट एक ऐसी संस्था का प्रमोशन कर रहे हैं जिस पर पहले से ही सेक्शुअल हरासमेंट का केस चल रहा है।
अब महेश भट्ट ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और एक स्टेटमेंट जारी कर सफाई दी। उन्होंने कहा है, वह एक मॉडलिंग फर्म आईएमजी वेंचर्स के प्रमोटर के खिलाफ दायर यौन उत्पीड़न मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग के सामने पेश हुए हैं।
अपने जवाब में महेश भट्ट ने कहा कि उनके नाम और फोटो का ग़लत इस्तेमाल किया गया है। उनका नाम बिना उनकी सहमति के यूज किया गया। उनका इवेंट से या यौन शोषण केस से कोई लेना-देना नहीं है।
बयान में आगे कहा गया, 'जब मैंने (महेश भट्ट) उन लोगों से बात की तो उन्होंने माफी मांगी और इवेंट से जुड़ी मेरी तस्वीरें हटा लीं। 71 वर्ष की उम्र में मैं ज्ञान को साझा करने और सामाजिक कामों में योगदान करने में विश्वास रखता हूं। तीन बेटियों का पिता हूं और इस धर्मयुद्ध में पूरे सहयोग के लिए तैयार हूं।
उन्होंने कहा, वे इस शो के लिए उपस्थित नहीं हुए। मुझे मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया था, मैंने जवाब दिया था कि वर्तमान कोविड-19 परिस्थितियों में, मैं किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होऊंगा। मैं परिस्थितियों के आधार पर इस पर नवंबर के करीब कुछ कह सकता हूं। मैंने न तो कोई कॉन्ट्रेक्ट साइन किया है और न ही आयोजन के लिए कोई पैसा लिया है। दुर्भाग्य से, मेरे नाम को सोशल मीडिया से उठाया गया और मेरी बिना सहमति मेरे नाम का दुरुपयोग किया गया।
महेश भट्ट के अलावा इस मामले में उर्वशी रौटेला, रणविजय संघ, ईशा गुप्ता, मौनी रॉय और प्रिंस नरूला को भी नोटिस जारी किए गए थे। बता दें कि एक एनजीओ ने पीड़ित लड़कियों की ओर से राष्ट्रीय महिला आयोग में कंपनी के प्रमोटर्स के ख़िलाफ़ यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज़ करवाई।